नैनी जेल में बंदी व कैदी मिलाकर करीब पांच दर्जन लोग हुए संक्रमित
जेल की सुरक्षा ड्यूटी में लगाए गए एक दर्जन जवान भी मिले संक्रमित
PRAYAGRAJ: तमाम बंदोबस्त और मजबूत चौकसी के बावजूद कोरोना ने नैनी सेंट्रल जेल में सेंध लगा दिया। जेल में निरुद्ध पांच दर्जन बंदी कोरोना संक्रमण के शिकार हो गए। एक दर्जन जेल में तैनात जवान भी इसकी गिरफ्त में हैं। इन सभी को जेल में बनाए गए स्पेशल क्वारंटीन बैरक में रखा गया है। पाजिटिव चंद बंदी इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल भेजे गए हैं।
जेल में सुरक्षा का चक्रव्यूह टूटा
कोरोना से बंदियों को बचाने के लिए जेल में पहले से ही तगड़े इंतजाम किए गए थे। जेल प्रशासन सुरक्षा के हर इंतजाम को अपनाने में जुटा हुआ था। नए बंदी पहले एक हफ्ते के अंदर बनाए गए स्पेशल बैरक में रखे जा रहे थे। इतना ही नहीं सभी को सुबह शाम व दोपहर गर्म पानी के साथ काढ़ा आदि भी जेल प्रशासन दे रहा था। यहां तक कि बंदियों से परिजनों तक को मिलने की इजाजत नहीं थी। आवश्यकतानुसार परिजनों को फोन से गेट पर बात कराया जाता था। इन सब के बावजूद सुरक्षा के चक्रव्यूह को तोड़कर कोरोना जेल की दीवार में सेंध लगा ही दिया। जेल के बंदी व कैदी मिलाकर करीब 60 लोगों के कोरोना पाजिटिव हो गए। इतना ही नहीं इनकी सुरक्षा में लगाए गए कए दर्जन बंदी रक्षकों के भी संक्रमण होने की बात बताई गई। कुछ दिन पहले जेल अधीक्षक की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। बताते हैं कि जेल अधीक्षक की बेटियां भी कोरोना के जद में आ गई हैं।
जेल में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
हालात को देखते हुए जेल में विशेष सतर्कता और संक्रमित मरीजों के इलाज के इंतजाम शुरू हो गए हैं। पाजिटिव बंदियों व कैदियों का जेल हॉस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा ट्रीटमेंट जारी है। इतना ही नहीं कुछ गंभीर किस्म के बंदी व कैदी इलाज के लिए एसआरएन हॉस्पिटल भी भेजे गए हैं। जेल में मौजूद पाजिटिव बंदियों व मरीजों से स्वस्थ बंदियों व कैदियों की दूरियां बढ़ा दी गई हैं। सोशल डिस्टेंस के साथ जेल प्रशासन अंदर सेनेटाइजेशन का काम भी शुरू कर दिया है।
जेल में पाजिटिव बंदियों व कैदियों का इलाज अंदर ही चल रहा है। कारागार में सुरक्षा के सारे इंतजाम और मुकम्मल कर दिए गए हैं।
एसपी पांडेय,
अधीक्षक, नैनी सेंट्रल जेल