प्रयागराज (ब्यूरो)। अधिकतर मामले प्राइवेट अस्पतालों की जांच में सामने आए हैं। जिन मरीजों को अपना आपरेशन कराना है या जिन महिलाओं का प्रसव होना है, उनकी जांच में नतीेजे पाजिटिव आ रहे हैं। गंभीर रोगी भी इसमें शामिल हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि जिन लोगों की इम्युनिटी किसी भी कारण डाउन है, भले ही वह गर्भवती महिला हैं या कैंसर, किडनी या लीवर के मरीज हैं। ऐसे लोगों को कोरोना संक्रमण से बचना होगा। उनको आसानी से संक्रमण अपना शिकार बना रहा है।

फिर भी नही है घातक

केसेज भले ही बढ़े हों लेकिन कोरोना घातक साबित नही हो रहा है। अधिकतर मरीज होम आइसोलेशन में आसानी से ठीक हो रहे हैं। जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग गई है, उनको ज्यादा परेशानी नही हो रही है। अधिकतर मरीजों को हल्की खांसी, फीवर, कमजोरी जैसे ही लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं। सीने में जकडऩ या सांस फूलने जैसे लक्षण फिलहाल किसी मरीज में नही दिखे हैं।

भीड़ में करें मास्क का यूज

डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए हर हाल में मास्क का यूज करें। खासकर भीड़ वाली जगह या अस्पताल वगैरह में मास्क पहनना जरूरी है। आजकल लोगों ने एकदम से मास्क का उपयोग बंद कर दिया है, इससे संक्रमण को फिर से फैलने का मौका मिल रहा है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन बेहद जरूरी हो गया है।

दो नए संक्रमित, बढ़े एक्टिव मामले

दूसरी ओर शहर में एक्टिव मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को कोरोना के 38 एक्टिव केसेज रहे। वही दो नए मामले सामने आए। वहीं महज 1900 लोगों की कोरोना जांच की गई है। जांच कम होने के बावजूद केसेज बढऩा भविष्य में मुश्किल पैदा कर सकता है। जिस पर विभाग को अध्धिक ध्यान देने की जरूरत है।

अधिकतर वही मामले सामने आ रहे हैं जिनको आपरेशन करवाना है या किसी कारणवश जांच करवा रहे हैं। लोगों को मास्क का यूज करने के साथ अपने वैक्सीनेशन को पूर्ण कराना है।

डॉ। एके तिवारी, डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस आफिसर, प्रयागराज