- महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए नौ अप्रैल तक बंद हुआ इलाहाबाद हाईकोर्ट
- एमएनएनआईटी भी हुआ बंद, हॉस्टल को खाली कराना हुआ शुरू
कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों ने आम जनजीवन पर ब्रेक लगाना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट को 9 अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। बार एसोसिएशन के सचिव ने चीफ जस्टिस को इस संबंध में पत्र लिखा था। जिसके आधार पर निर्णय लिया गया है। इस दौरान विशेष पीठें सुनवाई करेंगी। बंद इलाहाबाद सहित लखनऊ बेंच पर भी लागू होगा। इसके अलावा एमएनएनआईटी को भी 14 अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया गया है।
सेनेटाइजेशन के लिए कचहरी आज बंद
शनिवार को जिला न्यायालय परिसर को सैनेटाइजेशन के लिए बंद किया गया है। परिसर में पाजिटिव मामले आने के बाद यह फैसला लिया गया है। अब कोर्ट सोमवार को पुन: खुलेगी। उधर एमएनएनआईटी को दोबारा 14 अप्रैल तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। अब अप्रैल के तीसरे सप्ताह में संक्रमण के दायरे के आधार पर कोई निर्णय लिया जाएगा। इस अवधि में सारे कामकाज ऑनलाइन मोड में होंगे। बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट को पहले पांच अप्रैल तक बंद किया गया था और अब बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस अवधि को नौ अप्रैल तक बढ़ा दिया गया है।
फिलहाल हास्टल नही लौटेंगे छात्र
शुक्रवार को संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव त्रिपाठी ने सभी संकायों के डीन, हॉस्टलों के चीफ वार्डेन और रजिस्ट्रार डा। सर्वेश तिवारी के साथ बैठक की। सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि 14 अप्रैल तक संस्थान बंद रहेगा। हॉस्टलों को खाली कराए जाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। होली पर घर गए छात्र-छात्राओं को परिसर में न आने के निर्देश दिए गए हैं। संस्थान के प्रशासनिक कार्यालय इस दौरान जरूर खुले रहेंगे।
स्कूलों में भी लगा ताला
कोरोना मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले ही कक्षा आठ तक के स्कूलों को 11 अप्रैल तक बंद किए जाने के आदेश दिए हैं। पहले यह स्कूल पहली अप्रैल से खोले जाने थे। पहले इन स्कूलों को चार अप्रैल तक बंद किया गया था लेकिन बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अवधि को बढ़ा दिया गया है। उधर शुक्रवार को जिले में कोरोना के 296 नए मामले सामने आए हैं। लगातार तीन दिनों में बढ़ते संक्रमण से हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना से एक मरीज की मौत भी हो गई है। एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती सीरियस मरीजों की संख्या बढ़कर 120 हो गई है।
कोरोना संक्रमण का बढ़ना सही नही है। लोगों से अपील है कि मास्क लगाएं और सोशल डिसटेंसिंग का पालन करें। ऐसा करने से संक्रमण पर लगाम लगाई जा सकती है। वरना कामकाज में ब्रेक लगने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो सकता है।
डॉ। प्रभाकर राय, सीएमओ प्रयागराज