- पार्षद किरन जायसवाल ने नगर निगम में करोड़ों के घोटाले का लगाया आरोप
- सीएम को लिखा लेटर, डिप्टी सीएम व संगठन से मिलकर करेंगी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी की नगर निगम में मुख्य सचेतक एवं वरिष्ठ पार्षद किरन जायसवाल ने भ्रष्टाचार व घोटाले का आरोप लगया है। आरोप है कि भरद्वाज पार्क में नगर निगम की ओर से ठेकेदार को प्रश्रय दिया जा रहा है। वहीं एक अन्य आरोप को लेकर पार्षद ने लिखा है कि एलईडी लाइट को लगाने में भी करोड़ों का घोटाला किया गया है।
नगर निगम क्यों नहीं लेता भरद्वाज पार्क का प्रोफिट
पार्षद ने कहा है कि भरद्वाज पार्क में जाने के लिए टिकट अंदर की दुकानों का किराया व्यक्तिगत एक ठेकेदार की जेब में जाता है। पार्क में होने वाली प्रतिदिन 50,000 से ज्यादा की आय को अपनी जेब में रखनी है यह धन नगर निगम कोष में जाना चाहिए था और जाना चाहिए , पर यह ठेकेदार के जेब में जा रहा है।
फर्जी भुगतान किया जा रहा है
सार्वजनिक शौचालय पर सफाई के नाम पर प्रति सुलभ कांप्लेक्स 14105 रुपए प्रतिमाह का फर्जी भुगतान किया जा रहा है, जबकि सुलभ कांप्लेक्स जिस एजेंसी के नाम एलाट है सफाई उसी को करना है। नगर निगम वर्कशॉप में गाड़ी की मरम्मत पर करोड़ों का घोटाला हो रहा है मोबाइल शौचालय खरीद कर स्क्रैप बनाया जा रहा है और अच्छी-अच्छी गाडि़यों को स्क्रैप बनाकर कौड़ी के भाव बेचा गया।
एलईटी लाइट में हुआ घोटाला
एल ई डी लाइट लगने के उपरांत 46000 सोडियम लाइट का घोटाला नगर निगम द्वारा कर दिया गया है। जिसकी कबाड़ी बाजार में भी प्रति सोडियम लाइट 500 है। इस हिसाब से, 46000 सोडियम लाइट दो करोड़ 30 लाख रुपया कीमत है। नगर निगम अपने घोटाले पर रोक लगाने की जगह राज्य वित्त आयोग की कटौती का रोना रोकर भाजपा सरकार की छवि को खराब कर रहा है। जिसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है और मुलाकात कर पूरा चिट्ठा उनके सामने एवं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या जी एवं संगठन के नेतृत्व के समक्ष रखने की बात पार्षद किरण जायसवाल ने कही।