प्रयागराज (ब्यूरो)।शहर में नियोजित विकास के प्रस्तावित महा योजना 2031 को लेकर प्राप्त आपत्तियों के मद्देनजर स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा। इस बीच लोगों से प्राप्त सुझावों एवं आपत्तियों का मौके की स्थिति के आधार पर निस्तारण किया जाएगा। मंगलवार को पीडीए भवन में उपाध्यक्ष अरविंद चौहान की अगुवाई में समिति की बैठक हुई। इस बैठक में महा योजना को लेकर प्राप्त आपत्तियों एवं सुझावों को लेकर चर्चा की गई। बैठक में समिति के सभी सदस्य भी मौजूद रहे। सर्व सहमति से ही आपत्तियों को निस्तारित करने के लिए स्थलीय निरीक्षण का निर्णय लिया गया।

शासन को भेजा जाना है प्रस्ताव
प्रस्तावित महायोजना के तहत शहर का सुनियोजित विकास कार्य कराया जाएगा। बताते हैं कि पब्लिक की सुविधा व विकास के मद्देनजर जल्द ही इस योजना को लागू किया जाएगा। इस महा योजना को लेकर पब्लिक से करीब 630 आपत्तियां व सुझाव विभाग को मिले हैं। प्राप्त इन आपत्तियों का निस्तारण किया जाना अभी शेष है। इन आपत्तियों को निस्तारित करते हुए प्रस्ताव कार्यों का विवरण शासन को भेजा जाना है। इस लिए आपत्तियों को निस्तारित करने के उद्देश्य से समिति की बैठक बुलाई गई थी। इस समिति की बैठक में पीडीए के उपाध्यक्ष सहित सभी सदस्य मौजूद रहे। कुछ सदस्यों की मानें तो निर्णय लिया गया है कि स्थलीय निरीक्षण करके आपत्तियां निस्तारित की जाएंगी। आपत्तियों में सर्वाधिक सुझाव लैंड यूज को बदलने से सम्बंधित हैं। इसके अतिरिक्त कहा यह भी गया है कि ग्रामीण आबादी को आवासीय रहने दिया जाय। समिति की बैठक में महा योजना का निर्माण मौजूदा हालात और भविष्य की जरूरतों देखते हुए किए जाने पर चर्चा की गई। चर्चा को ध्यान में रखते हुए सभी बिन्दुओं व पहलुओं पर विचार की सहमति बनी है।