प्रयागराज (ब्यूरो)।नैनी की तरफ आना और जाना दोनों गुरुवार से मुश्किल भरा सफर साबित होने जा रहा है। बेहतर होगा कि बैकअप टाइम लेकर ही घर से निकलें। ऐसा इसलिए क्योंकि गुरुवार से नए पुल की रीपेयरिंग का काम शुरू होने जा रहा है। इसके चलते करीब डेढ़ महीने तक नए पुल से ट्रक और टैंकर जैसे भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा। छोटे वाहनों को पुल से आने-जाने की इजाजत होगी। पुराने पुल पर भारी वाहनों का प्रवेश बंद होने से भारी वाहनों को शहर आने के लिए लम्बा चक्कर लगाना होगा। बुधवार को ट्रैफिक डिपार्टमेंट की ओर से रूट डायवर्जन जारी कर दिया गया। इसमें क्लीयर किया गया है कि कौन सा वाहन किस रुट से निकलेगा।
2004 से हो रहा है आवागमन
नैनी ब्रिज 1510 मीटर लंबा है। यमुना नदी पर बने इस पुल पर 2004 से आवागमन हो रहा है। इस पुल पर प्रतिदिन छोटे-बड़े 50 से 60 हजार वाहनों को आवागमन होता है। पुल की सेहत हमेशा दुरुस्त रहे इसके लिए 20 साल में पुल की बेयङ्क्षरग बदलना और रिपेयङ्क्षरग कराना अनिवार्य है। 18 वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद पुल की एक बार भी रिपेयङ्क्षरग नहीं हो पाई। इसका नतीजा हुआ कि एक ज्वाइंटर क्षतिग्रस्त हो गया। इसके चलते लम्बे समय से पुल के एक लेन में आवागमन प्रभावित है। आने वाले दिनों में पुल में कोई बड़ी खराबी न आए इसी वजह से जुलाई तक पुल की रिपेयङ्क्षरग करने का फैसला किया गया है। पुल की रिपेयङ्क्षरग के दौरान रीवा राजमार्ग के अलावा मिर्जापुर और बांदा चित्रकूट की ओर प्रयागराज आने वाले बड़े वाहनों शहर आने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक पंकज मिश्रा ने बताया कि रिपेयङ्क्षरग का कार्य जल्द से जल्द पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है।
फ्रांस की कंपनी को ठेका
पुल में बेयङ्क्षरग, ग्रीङ्क्षसग और ज्वाइंटर बदलने का काम होना है। विदेशी तकनीक से बने फोर लेन पुल की मरम्मत सबसे पहले नैनी से शहर की ओर आने वाले लेन पर जाएगी। फ्रांस की कंपनी पुल की रिपेयङ्क्षरग करेगी। एनएचएआइ की ओर से इसके लिए 17 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। रिपेयङ्क्षरग की दौरान इस लेन पर दोपहिया गाडिय़ां ही चल सकेंगी। शहर से नैनी जाने वाले लेन पर ट्रक, टैंकर, डंपर पर रोक रहेगी जबकि बाकी वाहन चलते रहेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने पुराने पुल के जरिए डायवर्जन प्लान लागू किया है। तय है कि सामान्य दिनों में भी नए पुल पर जाम में फंसने वाले वाले लोगों को अब और भी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
मिर्जापुर होकर जाएंगे भारी वाहन
अपर पुुलिस उपायुक्त यातायात कायार्लय से जारी डायवर्जन प्लान के तहत, प्रयागराज शहर से नैनी, रीवा या मीरजापुर जाने वाले ट्रक जैसे भारी कामर्शियल वाहनों को शास्त्री पुल, अंदावा, सहसों बाइपास, हंडिया, गोपीगंज के रास्ते जाना होगा। वापसी के लिए भी यही मार्ग इस्तेमाल करना होगा। लखनऊ और प्रतापगढ़ से रीवा की तरफ जाने वाले ऐसे वाहनों को हंडिया, गोपीगंज, मीरजापुर होकर भेजा जाएगा। इसके अलावा रीवा मार्ग की तरफ से फतेहपुर और कानपुर जाने वाले भारी वाहनों को नारी-बारी से बाएं मुड़कर शंकरगढ़, मऊ, कर्वी, बांदा, चिल्ला पुल को पारकर ङ्क्षबदकी से आगे भेजा जाएगा।
कार-टेंपो के लिए यह रूट
मीरजापुर और रीवा मार्ग से प्रयागराज शहर की ओर आने वाले कार, टेंपो, आपे और मैजिक लैप्रोसी चौराहे से डायवर्ट किये जाएंगे
ये वाहन पुराने यमुना पुल से गऊघाट, एडीसी कट से बैरहना होते आगे निकलेंगे
शहर से नैनी की तरफ जाने वाले दो पहिया समेत कार, टेंपो जैसे हल्के वाहनों को नए पुल के ही रास्ते भेजा जाएगा।
पुल के मरम्मत वाले लेन से दो पहिया वाहनों का आवागमन जारी रहेगा। दूसरे लेन से कार, टेंपो और बस जैसे वाहनों को गुजारा जाएगा। कोशिश यही है कि बसों की नए पुल से सुचारू रूप से आवाजाही होती रहे।
अमित ङ्क्षसह
ट्रैफिक इंस्पेक्टर