प्रयागराज (ब्यूरो)। हवाई जहाज का किराया मांग के अनुसार बढ़ता और घटता रहता है। होली और दीपावली जैसे पर्व पर दिल्ली, पुणे, भोपाल, बेंगलुरु, मुंबई और अन्य शहरों में रहने वाले लोग अपने घर जाना चाहते है। ऐसे में सीटों की मांग अधिक होती है और जगह कम। एयरलाइंस कंपनियां बढ़ी हुई इस मांग का फायदा उठाती है और किराया बढ़ा देती है। होली से पहले दिल्ली से प्रयागराज आने के लिए जहां चार हजार लगने वाला किराया 16272 रुपए लग रहा है। मुंबई से प्रयागराज तक किराया भी 8295 रुपये तक पहुंच गया है। वहीं बीस मार्च के बाद आधा से भी नीचे का किराया दिखा रहा है। जैसे होली से ठीक दो दिन बाद दिल्ली से प्रयागराज जाने का किराया 5125 रुपये के बीच ही है। विमान से यात्रा करने पर एक या दो माह पहले टिकट खरीदने से कम किराया लगता है। शनिवार और रविवार के दिन भी किराया बढ़ जाता है।
प्रयागराज से कई फ्लाइट्स चलती है। जिसमें बंगलूरू, देहरादून, इंदौर, दिल्ली, मुंबई, पुणे, गोरखपुर, कोलकता, बिलासपुर, भोपाल, भुवनेश्वर अन्य शामिल है। रोजाना 12 फ्लाट्स आ रही है तो उतनी ही जा भी रही है।
ट्रेनों में भी वेटिंग
- हमसफर स्लीपर में 172 और एसी थ्री में 83 है वेटिंग
- प्रयागराज आने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस में स्लीपर में 341 तक पहुंचा वेटिंग
- प्रयागराज एक्सप्रेस में द्वितीय श्रेणी की कोई भी सीट नहीं है उपलब्ध, स्लीपर में है 201 वेटिंग
- ऊंचाहार एक्सप्रेस स्लीपर में है 337 वेटिंग
- शिवगंगा में है 147 वेटिंग, जबकि पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में द्वितीय श्रेणी की कोई भी सीट नहीं है उपलब्ध
- यहां तक कि शिवगंगा के स्लीपर में है 159 वेटिंग
- महानंद में द्वितीय श्रेणी में है 173 वेटिंग
- दरभंगा राजधानी में है 66 वेटिंग, महाबोधी में तो स्लीपर में नहीं है कोई सीट उपलब्ध
- वंदे भारत में 68 का दिखा रहा वेटिंग
- पूर्वा एक्सप्रेस में 16 व 17 मार्च को द्वितीय श्रेणी की कोई भी सीट नहीं है उपलब्ध
- पूर्वा एक्सप्रेस के स्लीपर तक में है 168 वेटिंग