प्रयागराज ब्यूरो । धुंध के चलते शाम होते ही लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा आंखों में जलन, पेट में अपच और त्वचा में इचिंग जैसी प्राब्लम भी होने लगी है। ऐसा हवा में प्रदूषण की मात्रा बढऩे से हो रहा है। गुरुवार को लगातार चौथे दिन शहर का एयर क्वालिटी लेवल सेफ जोन के बाहर रहा। डॉक्टर्स का कहना है कि फिलहाल सतर्क रहने की जरूरत है। अधिक समस्या है तो मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें।
तेलियरगंज में सर्वाधिक धुंध
शहर में इस समय सबसे ज्यादा धुंध तेलियरगंज और आसपास के एरिया में हो रही है। यहां का एयर क्वालिटी लेवल गुरुवार की शाम 120 के पार हो चुका था। इसी तरह से सिविल लाइंस, रेलवे स्टेशन नगर निगम सहित झूंसी एरिया में भी धुंध अधिक नजर आई। एक्स्पट्र्स का कहना है कि ठंड के मौसम में धूल और धुएं के मिलने से स्मॉग बन जाता है तो काफी नीचे रहता है। यही कारण है कि लोगों को सांस लेने सहित दूसरी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कम हो गई विजिबिलिटी
इसी के साथ दिन ढलने के बाद स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी भी कम हो रही है। रात नौ बजे के बाद धुंध में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। देर रात यह हल्के कोहरे की तरह नजर आने लगती है। बता दें कि इस समय रात का तापमान तेजी से गिर रहा है। इसकी वजह से लोगों को गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर होना पड़ रहा है। डॉक्टर्स ने एसी का इस्तेमाल नही करने की सलाह दी है।
15 दिसंबर तक दिक्कत
जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। इसके पहले शहर में सड़क चौडीकरण, पुल निर्माण और सीवर लाइन का काम तेजी से चल रहा है। यही कारण है कि जगह जगह खोदाई होने से धूल तेजी से उड़ रही है। एक्सपट्र्स का कहना है कि सभी निर्माण कार्य 15 दिसंबर से पहले पूरे होने हैं। ऐसे में तब तक लोगों को एयर पाल्यूशन का सामना करना पड़ सकता है। खासकर सांस के रोगियों को एलर्ट रहना होगा।
पिछले कुछ दिनों से लगातार शाम को धुंध बढ़ रही है। यह स्मॉग की वजह से हो रहा है। जब तक धूल उडऩा बंद नही होगी यह समस्या सर्दियों में बनी रहेगी। इसलिए लोगों को धूल से बचना होगा, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत के साथ एलर्जी का सामना नही करना पड़े।
डॉ। आशुतोष गुप्ता, श्वास रोग विशेषज्ञ