प्रयागराज (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड अंंचल के ग्रामीण क्षेत्र का दीवारी नृत्य व पाई-डण्डा नृत्य की प्रस्तुति को राम चरन यादव व उनके दल ने प्रस्तुत किया। गायन की श्रृंखला में प्रथम प्रस्तुति स्थानीय कलाकार अशोक कुमार द्वारा बड़े ही मनोहारी अंदाज में अनेक लोकगीतों की प्रस्तुतियों से किया गया। प्रयागराज की सुपरिचित लोकगायिका रंजना त्रिपाठी के गीत ''कहवां के पीअर माटी, कहवां के कुदार होÓÓ ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी, ''निमिया के डार, मइया झूले रे झुलनवाÓÓ ने दर्शकों को भक्ति रस की धारा से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में प्रभारी कार्यक्रम शील द्विवेदी के निर्देशन में तैयार विशेष नृत्य संरचना के प्रदर्शन को दर्शकों खूब सराहा गया और अपने मोबाइल कैमरे में इस क्षण एवं प्रस्तुति को यादगार के रूप में कैद भी किया गया।