नगर निगम ने चिंहित किए स्पाट, प्रतिदिन अलाव जलाने का दावा
तेजी से गिर सकता है तापमान, शीतलहर से ठंड का प्रकोप बढ़ा
प्रयागराज (ब्यूरो)। पिछले दो दिनों से शीतलहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। बुधवार की शाम इसका अधिक प्रभाव नजर आया। लोगों के कानों में हवा सुई की तरह चुभती रही। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पहाड़ों पर बर्फबारी होने की वजह से शीतलहर का असर दिख रहा है। आने वाले एक सप्ताह में ठंड का ग्राफ भी बढ़ेगा। तापमान तेजी से नीचे जाएगा। यही कारण रहा कि बुधवार को अधिकतम तापमान में एक डिग्री की कमी दिखी, जबकि न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। दिन का तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हर जोन में अलावा का दावा
उधर बढ़ती ठंड को देाख्ते हुए नगर निगम में जोन वाइज अलाव का खाका तैयार कर लिया है। प्रतिदिन स्पाट ंिचहित किए जा रहे हैं। बुधवार को कुल 152 जगहों पर अलाव जाने का दावा किया गया। हालांकि कई स्पाट पर अलाव तो जला लेकिन जल्द ही बुझ गया। कुछ जगहों पर गीली लकड़ी लगाए जाने की शिकायत मिली। लोगों का कहना है कि अधिक स्थानों पर अलाव जलाया जाना चाहिए। निगम द्वारा इसकी सूची भी जारी की जानी चाहिए।
जोन संख्या अलाव के लिए चिंहित स्पाट की संख्या
1 52
2 18
3 42
4 18
5 12
8 8
तो होगा ठंडी हवा से बचाव
डॉक्टर्स का कहना है कि लापरवाही बरतने पर शीतलहर नुकसान पहुंचा सकती है। इससे शरीर की मांसपेशियां जाम हो सकती हैं और ठंड लग सकती है। इससे बचने के लिए इन चीजों को फॉलो करना जरूरी है।
देर रात घूमने से बचना जरूरी
ठंडी चीजों कोल्ड ड्रिकं और आइसक्रीम आदि से दूरी बनाए रखें
गले में खराश और खांसी आने पर डॉक्टर की सलाह लें।
कानों को बंद करके रखें। सिर और गले को भी गर्म कपड़ों से ढकें।
खानपान में गर्म चीजों का अधिक उपयोग करें।
बच्चों और बुजुर्गों को खुले आसमान के नीचे ले जाने से बचें।
अर्ली मार्निंग तापमान काफी कम रहता है। इसकी वजह से अस्थमा और दिल का दौरा पडऩे का खतरा रहता है। इसलिए धूप निकलने के बाद ही घर से निकलें तो बेहतर। ताजा और गर्म खाना खाएं। पंखा चलाकर कतई न सोएं।
डॉ। आशुतोष गुप्ता श्वांस रोग विशेषज्ञ