2 लाख 80 हजार ने गुरुवार शाम तक किया स्नान
30 लाख के करीब गत वर्ष श्रद्धालुओं ने लगायी थी आस्था की डुबकी
- गत वर्ष की अपेक्षा करीब 10 परसेंट ही श्रद्दालुओं ने लगायी डुबकी
- स्नानार्थियों की भीड़ को देखते हुए घाटों पर रहे खास इंतजाम
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PRAYAGRAJ: संगम की रेती पर चल रहे माघ मेले में दूसरे प्रमुख स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर इस बार कोरोना व ठंड का असर साफ दिखायी दिया। जहां गत वर्ष पौष पूर्णिमा पर करीब 30 लाख लोगों ने स्नान किया था वहीं इस बार दो लाख 80 हजार श्रद्धालुओं का स्नान करने का मेला प्रशासन दावा कर रहा है। घने कोहरे के बीच पौष पूर्णिमा पर स्नानार्थियों के पहुंचने का सिलसिला भोर से ही शुरू हो गया। जो देर शाम तक जारी रहा।
भोर से शुरू हो गया स्नान
शाम छह बजे तक संगम में स्नान करने वालों का आंकड़ा 2 लाख 80 हजार के करीब पहुंच गया। उसके बाद भी लोगों का हुजूम संगम पहुंच कर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए आता रहा। संगम में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए थे। जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैल सके। इस दौरान संगम में आने के लिए पूर्व निर्धारित मार्गो से ही स्नानार्थियों को प्रवेश दिया गया।
सुरक्षा के रहे खास इंतजाम
संगम में स्नान के लिए आने वाले स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए थे। मेला क्षेत्र में कल्पवासियों व श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस फोर्स के साथ ही ट्रैफिक के सिपाही, घुड़सवार पुलिस, महिला पुलिसकर्मी, फायर ब्रिगेड, पीएसी के जवान, एटीएस कमांडो व आरएएफ टीम तैनात की गई थी। जिससे किसी भी प्रकार की समस्या से निपटा जा सके। घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा जल पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ, फ्लड कम्पनी को भी तैनात किया गया था।
सीसीटीवी कैमरे से जारी रही मॉनिटरिंग
पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की व्यवस्था की गई थी। इस दौरान मेले में आने वाले कल्पवासियों व श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसका भी विशेष ख्याल रखा गया था। मेला क्षेत्र में ही पांच स्थानों पर पाìकग की व्यवस्था की गई थी। पौष पूर्णिमा के मौके पर एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी केपी सिंह, डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी तथा एसपी मेला डॉ। राजीव नारायण मिश्र व नोडल अधिकारी माघ मेला श्री आशुतोष मिश्र लगातार मेला क्षेत्र में मॉनिटरिंग करते रहे।
संकल्प के साथ एक माह के कल्पवास का आरम्भ
तीर्थराज प्रयाग में लगने वाले माघ मेले में पौष पूर्णिमा से ही एक माह तक चलने वाले कल्पवास का भी गुरुवार से शुभारम्भ हुआ। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों के मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से कल्पवासियों ने पूजन किया। इसके बाद अपने पूर्वजों को नमन करते हुए एक माह के तपस्या की शुरुआत की। कल्पवासी संगम तीरे पूरे एक माह तक रूक कर कल्पवास करेंगे। इस दौरान वह घर-गृहस्थी का मोह छोड़कर सिर्फ भजन-पूजन में ध्यान लगाएंगे।
तुलसी का पौधा लगाकर लिया संकल्प
कल्पवासियों ने अपने शिविर के बाहर तुलसी का पौधा लगाया। इसके साथ ही परम्परा के अनुसार जौ बोया। इसके बाद वह पूरे एक माह तक दोनों में जल देकर उनकी सेवा करेंगे और सुबह शाम पूजन करके आरती उतरेंगे। कल्पवास खत्म होने के बाद वह संगम से प्रसाद रूप में तुलसी का पौधा घर ले जाकर उसका पूजन करेंगे।