प्रयागराज ब्यूरो । जब अफसर ही नियम कानून की धज्जियां उड़ाने लगें तो आम नागरिक कानून की खिल्ली उड़ाने से कैसे बाज आएंगे। चारों तरफ बेसमेंट में कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई का हल्ला मचा हुआ है। मगर सिविल लाइंस में एक अफसर के घर के बेसमेंट में कोचिंग धड़ल्ले से चल रही है। अगर कोई हादसा हो जाए तो फिर बेसमेंट से बचकर निकलने का कोई दूसरा सेफ रास्ता नहीं है। एक ही रास्ते से आना जाना है। इतनी बड़ी लापरवाही एक अफसर के संज्ञान में है। ये बहुत ही ताज्जुब की है। जबकि प्रयागराज में अफसर के डिपार्टमेंट की तरफ से ही कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कोचिंगों को सील किया जा रहा है। मगर अफसर की कोचिंग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

घर के गेट पर अफसर का नाम
पद का रौब कैसे गालिब किया जाता है, इसका ये प्रकरण उदाहरण मात्र है। सिविल लाइंस में कूपर रोड पर एक मकान है। जिसके मेन गेट के बगल एक बोर्ड लिखा हुआ है। बोर्ड में ऊपर की तरफ लेट डीएम शुक्ला अपर कमिश्नर इलाहाबाद मंडल और नीचे सत शुक्ला ऑफिसर ऑन स्पेशल डयूटी पीडीए लिखा है। बड़ी बात ये कि बोर्ड में लेट डीएम शुक्ला इंग्लिश में छोटे अक्षरों में और नाम के नीचे अपर कमिश्नर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है। वहीं, सत शुक्ला हिंदी में जबकि नाम के नीचे पद ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी इंग्लिश में बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है। जबकि उसके नीचे पीडीए हिंदी में छोटे अक्षर में लिखा है।

बेसमेंट में चलती है कोचिंग
इस मकान के बेसमेंट में कोचिंग चलती है। बेसमेंट को तीन पार्ट में बांटा गया है। बेसमेंट में सीढ़ी से इंट्री करते ही शीशे का दरवाजा है। जोकि करीब चार साढ़े चार फिट का है। दरवाजे से अंदर जाते ही राइट साइड एक छोटा सा केबिन बना है। आगे बढऩे पर क्लास शुरू हो जाती है। क्लास के अंदर दाहिनी साइड एक लंबा पार्ट किया गया है। बेसमेंट का सबसे बड़ा पार्ट क्लास का है।

नीट की कराई जाती है तैयारी
कोचिंग में नीट की तैयारी कराई जाती है। दोपहर में क्लास शुरू होती है। इसके बाद शाम तक क्लास चलती है। बताया गया कि कोचिंग में 18 बच्चे पढ़ते हैं। वह अपने टाइम टेबल के शेड्यूल पर आते हैं।
नहीं लगा है बोर्ड
कोचिंग का नाम डिवाइन क्लासेज बताया गया है। मगर इसका कहीं पर कोई बोर्ड नहीं दिखता है। घर के बाहर कोचिंग का कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है। अब आसानी से समझा जा सकता है कि अफसर की धाक पर किस तरह कोचिंग चलाई जा रही है।
क्लास में रहता है अंधेरा
बेसमेंट में बनी क्लास में अंधेरा रहता है। बगैर बल्व जलाए वहां पर बैठकर लिख पढ़ पाना मुश्किल है। बेसमेंट में तीन पूरब, उत्तर और दक्षिण की दीवार से रोशनी अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं है। पश्चिमी दीवार पर दरवाजा है। दरवाजा खुलने पर थोड़ी बहुत रोशनी अंदर जाती है।

खुली हवा का कोई रास्ता नहीं
बेसमेंट में बनी क्लास में खुली हवा का कोई रास्ता नहीं है। अगर बेसमेंट में इंट्री का डोर बंद हो जाए या फिर किसी आपात स्थिति में न खुले तो खुली हवा अंदर नहीं जा सकती है। ऐसे में किसी आपात स्थिति में जो भी अंदर रहेगा उसका दम घुट जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।
इंट्री का है केवल एक दरवाजा
बेसमेंट में इंट्री के लिए केवल एक दरवाजा है। बेसमेंट में सीढ़ी से नीचे जाना पड़ता है। इसके बाद शीशे का दरवाजा है। उसको खोलकर अंदर प्रवेश किया जा सकता है। जबकि मानक के अनुसार इंट्री और इग्झिस्ट का दरवाजा अलग अलग होना चाहिए।

कोट
मैं खुद डिवाइन क्लासेज कोचिंग में गया था। वहां पर पीडीए के अफसर सत शुक्ला का नाम बोर्ड पर लिखा मिला, कोचिंग को नोटिस जारी किया जाएगा।
राजेश कुमार, अग्निशमन अधिकारी

----------

12 कोचिंग को भेजा नोटिस
फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट ने 12 कोचिंग संस्थानों को नोटिस भेजा है। फायर डिपार्टमेंट के अग्नि शमन अधिकारी ने इन कोचिंग संस्थानों की जांच की थी। जांच के दौरान इन कोचिंगों में अग्नि शमन यंत्र ठीक अवस्था में नहीं पाए गए थे। इसके अलावा कई अन्य खामियां मिली थीं, जिस पर इन कोचिंग संस्थानों को नोटिस जारी किया गया है।

इनमें नहीं है फायर सेफ्टी
- संस्कृति कोचिंग सिविल लाइंस
- साकेत कोचिंग कर्नलगंज
- प्रगति कोचिंग कर्नलगंज
- फिजिक्स वाला कोचिंग सिविल लाइंस
- विजन लाइब्रेरी, सिविल लाइंस
- उत्कर्ष लाइब्रेरी, सिविल लाइंस
- सक्सेज मंत्रा लाइब्रेरी, सिविल लाइंस
- आकाश कोचिंग, नैनी
- सनबीम क्लासेज, नैनी
- द ट्यूशन प्वाइंट, नैनी
- क्लाइमेक्स एकेडमी, फाफामऊ
- दीप्तिमान एकेडमी, शांतिपुरम


फायर बिग्रेड ने 12 कोचिंग और लाइब्रेरी को नोटिस जारी किया है। इन संस्थानों में फायर सेफ्टी मानक के अनुरुप नहीं है। इन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। अगर तीन दिन में फायर सेफ्टी की व्यवस्था नहीं की गई तो इन कोचिंग संस्थानों को बंद करा दिया जाएगा। कोई रिस्क नहीं लिया जाएगा।
आरके पांडेय, सीएफओ, फायर ब्रिगेड

------
पीडीए ने की पड़ताल
गुरुवार को भी पीडीए के अफसरों ने कोचिंग संस्थानों की पड़ताल की। पता चला कि कोचिंग संस्थान मानक के विपरीत चल रहे हैं। इस पर पीडीए के जोनल अधिकारी की तरफ से सभी पांचों कोचिंग संस्थानों को सील कर दिया गया है।

एडीए ने सील किया पांच कोचिंग
- जेआरएस एकेडमी, कर्नलगंज
- द आक्सफोर्ड आफ इंग्लिश, जार्जटाउन
- क्लामेक्स एकेडमी, कटरा
- उत्कर्ष क्लासेज, कर्नलगंज
- मेडिका प्वाइंट, नियर पुलिस लाइन