प्रयागराज (ब्यूरो)। बताया जाता है कि छात्रा असिस्टेंट प्रोफेसर के सम्पर्क में घटना के काफी पहले से थी। उसे भरोसा था कि टीचर उसे धोखा नहीं देगा। वह उसकी पहुंच के बारे में भी जानती थी। इसी के चलते उसने प्रोफेसर से शादी के प्रस्ताव पर बात करनी शुरू की तो रिश्ते में दरार आने लगी। छात्रा का आरोप था कि मदन उसके शरीर से खेलने तक ही मतलब रखना चाहता था। रिश्ते को उसने कभी सीरियसली लिया ही नहीं। छात्रों ने इस मंशा को भांप लिया और कर्नलगंज थाने में रेप व एससीएसटी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज करा दिया।
केस दर्ज हुआ तो देने लगा धमकी
कर्नलगंज थाने में रेप का मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित मदन ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। उनके अपने परिचित तत्कालीन एसो हंडिया, एक डिप्टी एसपी का इस्तेमाल किया। इसके चलते छात्रा के आसपास के लोगों पर दबाव बनाया जाने लगा। फर्जी मुकदमा कायम किया गया। छात्रा ने इसकी शिकायत पुलिस से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। थक कर उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट में पूरे मामले की सुनवाई हुई। इसके बाद कोर्ट सख्त हो गया। कोर्ट के आदेश पर ही थानेदार समेत अन्य के खिलाफ जार्जटाउन थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने मदन के परिचितों और रिश्तेदारों को उठाकर पूछताछ करनी शुरू कर दी। इसका इंम्पैक्ट हुआ और सोमवार को फाइनली वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
एससीएसटी के भी हैं आरोप
प्रतियोगी छात्रा मूल रूप से गाजीपुर जिले के सैदपुर स्थित ताजपुर मोलना गांव की है। जार्जटाउन एरिया के अल्लापुर में वह किराए के कमरे में रहकर तैयारी किया करती थी। वर्ष 2019 में छात्रा द्वारा सीएमपी डिग्री कॉलेज के प्रोफेसर मदन यादव के खिलाफ कर्नलगंज थाने में तहरीर दी थी। आरोप थे कि प्रोफेसर शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया। जब वह शादी करने की बात कही तो टालमटोल करने लगा। शादी से इंकार कर दिया। इसी इंकार से प्रोफेसर के लिए जेल का दरवाजा खुल गया। छात्रा की इस तहरीर पर कर्नलगंज पुलिस ने रेप, गाली गलौज व एसीएसटी जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
चार अज्ञात की तलाश अब भी शेष
इस मामले की विवेचना अभी भी प्रचलित है। पहले मुकदमे की कार्रवाई पूरी होने से पहले ही धमकी देने और दबाव बनाने का मामला सामने आ गया।
नये मामले में कर्नलगंज में दर्ज मुकदमे में गवाही नहीं देने की धमकी वह छात्रा को देने लगा।
इससे परेशान होकर छात्रा ने जार्जटाउन थाने में दो जनवरी को एक और तहरीर दी। इसमें उसने धमकी देने का आरोप लगाया था।
तहरीर के अनुसार सीएमपी गेट के पास से कर्नलगंज में दर्ज मुकदमे के आरोपित प्रोफेसर व उसके चार अज्ञात दोस्त रास्ते से उसे कैंपस के मीटिंग हॉल में खींच ले गए।
हॉल में उसके साथ अभद्रता करते हुए जान से मारने की धमकी दी। किसी तरह से वह जान बचाकर निकलने में कामयाब हो पायी।
वह घटना की सूचना देने जार्जटाउन थाने जा रही थी कि रास्ते में उसे फिर से दबोच लिया गया।
आरोप यह भी है कि जान से मारने की नीयत से एक नाले में फेंक दिया गया और ईंट पत्थर मारे गये।
जार्जटाउन पुलिस ने छात्रा की इस तहरीर पर केस नहीं लिखा। पुलिस की इस अनदेखी के चलते वह कोर्ट जा पहुंची।
थाने से रिपोर्ट तलब करने के बाद कोर्ट ने छात्रा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया
कोर्ट के आदेश पर जार्जटाउन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसी मुकदमे में गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रोफेसर मदन भागा-भागा फिर रहा था।
पुलिस के मुताबिक रविवार को आधी रात के बाद आरोपित प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मेडिकल कराने के बाद पुलिस ने प्रोफेसर को जेल भेज दिया है।
छात्रा द्वारा पहले कर्नलगंज फिर जार्जटाउन में प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। प्रोफेसर को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। सोमवार को उसे चालान करके कोर्ट में पेश कर दिया गया। पुलिस आगे की विवेचना में जुटी है।
अजीत सिंह चौहान
सीओ कर्नलगंज