प्रयागराज ब्यूरो । शहर के कुछ इलाकों में शनिवार की मध्य रात्रि के बाद झमाझम बारिश हुई। सुबह से आसमान में घुमड़ते बादल और चल रही मंद शीतल हवाओं के चलते मौसम का मिजाज दिन भर आशिकाना रहा। दोपहर बाद हवाओं का वेग तेज हो गया। तेज हवाओं के साथ उड़ रही धूल से पूरा शहर धूल-धूसरित हो गया। इस तेज हवा से सिविल लाइंस में दो जगह पुराने वृक्ष रोड पर धराशायी हो गए। गनीमत यह रही कि उस वक्त रोड पर चलने वाला कोई यात्री धरासाई हुए वृक्ष की चपेट में नहीं आया। हालांकि सड़क पर वृक्ष के गिरने से आवागम काफी देर तक बाधित रहा। वहीं गिरे हुए एक पेड़ की चपेट में आने से नीचे खड़ी कार क्षतिग्रस्त हो गई।
घंटे भर बाद बहाल हुई ट्रैफिक
खुशनुमा मौसम के बीच दिन भर बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को आसमान में बलखाते बाद छकाते रहे। आसमान में बादलों की दस्तक से झुलसाने वाली गर्मी के तेवर में नर्मी रही। आग सी बरस रही सूर्य देव की किरणें भी बादलों के चादर को भेदपाने में अक्षम दिखाई दीं। रात में बारिश और सुबह आसमान में छाए बादलों के बीच चल रही मंद-मंद हवा से मौसम का मिजाज काफी खुशनुमा रहा। शहर में दोपहर बाद रुक-रुक कर तेज हवा चलने लगी। इस तेज हवा के चलने से सिविल लाइंस बिग बाजार के सामने वर्षों पुराना नीम का विशाल वृक्ष धरासाई हो गई। गरीमत रही कि अति व्यस्त इस रोड से गुजरने वाला कोई यात्री धरासाई नीम की जद में नहीं आया। रोड पर नीम का वृक्ष गिरने से जाम आवागमन बाधित हो गया। करीब घंटे भर बाद गिरे हुए इस पेड़ को काटकर हटाया गया। इसके बाद आवागमन बहाल हुआ। वहीं कान्हा श्याम होटल के पास भी एक वृक्ष तेज हवा के चलते ढह गया। इस पेड़ के नीचे खड़ी कार चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि उस वक्त कार में कोई नहीं था, लिहाजा जनहानि नहीं हुई। इस पेड़ के गिरने से यहां भी रोड पर आवागमन बाधित करीब घंटे भर बाधित रहा। वहीं बारिश के नहीं होने से लोगों के चेहरे में मायूसी और चिंता की सल्वटें नजर आईं।