प्रयागराज (ब्यूरो) सुबह जब लोगों ने आंख खोली तो उन्हें बेहतर मौसम मिला। आसमान पर घने बादल छाए थे और हल्की बूंदा बांदी हो रही थी। यमुना के एरिया में अच्छी बारिश देखने को मिली। लेकिन इसके कुछ घंटे बाद ही फिर से तेज धूप ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। बुधवार को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेग्रे दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 33 डिग्री रहा। दोपहर तीन बजे तक हल्के बादल जरूर रहे लेकिन धूप ने पसीने छुड़ा दिए।

लगातार बढ़ रही उमस
जैसे जैसे मानसून का समय नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे उमस बढती जा रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 17 से 18 जून तक प्री मानसून दस्तक दे सकता है। इसके बाद घने बादल छाएंगे और अच्छी बारिश हो सकती है। इससे लोगों को निश्चित तौर पर गर्मी से राहत मिलेगी। इसके बाद जल्द ही पूर्ण मानसून अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा। इस साल मानसून में औसत से अधिक बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है।

जरूरी है डिहाइड्रेशन से बचना
उमस बढऩे की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या भी सामने आने लगी है। डॉक्टर्स का कहना है कि उमस में पसीना अधिक आता है और इससे बॉडी से पानी की मात्रा कम हो जाती है। पसीने के साथ निकलने वाले नमक का बैलेंस बॉडी में गड़बड़ा जाता है। ऐसे में डिहाइड्रेशन की संभावना बनने लगती है। यही कारण है कि लोगों को पानी खूब पीना चाहिए। हो सके तो नमक पानी का घोल लेते रहें। इससे तमाम दिक्कतों से छुटकारा मिल जाएगा।

चूंकि मानसून का समय नजदीक आ रहा है। आसमान में बादल छाए रहेंगे, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या प्रबल हो जाएगी। इसलिए बॉडी में पानी की मात्रा बनाए रखें। बाजार की चीजों से बचने की कोशिश करें।
डा। डीके मिश्रा, फिजीशियन