प्रयागराज (ब्यूरो)। सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के तहत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिले में 7.5 लाख झंडे फहराने का लक्ष्य दिया है। इसके लिए कुल 9 लाख झंडों का निर्माण किया जाना है। सरकार ने इस अभियान के लिए कोई फंडिंग न करते हुए इसे जन सहयोग से पूरा कराने का निर्देश दिया था। झंडे बनाने के लिए करोड़ों रुपए के बजट की आवश्यकता थी। प्रशासन ने सभी ग्राम पंचायतों को इस काम में आगे आने के लिए कहा है। इसके अलावा तमाम सरकारी विभाग भी अपनी ओर से अंशदान कर रहे हैं। इन सभी ने अपनी ओर से झंडों का ऑर्डर करते हुए बजट उपलब्ध कराया है। इस अभियान का नोडल डीपीआरओ आलोक सिन्हा को बनाया गया है। निर्माण की जिम्मेदारी प्रभारी डीसी एनआरएलएम कपिल कुमार को दी गई है।
झंडे बेचकर एकत्र करेंगे बजट
सरकारी आदेश में यह भी कहा गया है कि झंडों का निर्माण कराकर उन्हें सरकारी राशन की दुकानों से विक्रय भी किया जाएगा। ग्राम पंचायतें झंडों का निर्माण होने के बाद इन्हें बेचकर अपना पैसा वसूल करेंगी। इसके लिए झंडे का दाम भी फिक्स किया जाएगा। सरकार की ओर से झंडों की साइज भी निर्धारित कर दी गई है। साथ ही फहराने का नियम भी निर्धारित किया गया है।
कैसा होगा तिरंगा
तिरंगे का आकार आयताकार होगा।
इसकी लंबाई 3 फिट और चौड़ाई 2 फिट रखी गई है।
झंडा खादी, सूती, पालीस्टर, ऊनी या सिल्क कपड़े का बना होगा।
फहराते समय सबसे ऊपर केसरिया रंग होगा और बीच में सफेद और नीच हरा रंग रखा जाएगा।
कैसे फहराया जाएगा तिरंगा
अधिकारियों ने बताया कि तिरंगे को सरकारी परिसर में फहराया जाता है तो सूर्योदय के उपरांत ध्वजारोहण किया जाना चाहिए और साथ ही सम्मान के साथ इसे उतारना होगा। यह भी बताया गया कि विशेष परिस्थितियों में झंडा रात्रि मेें फहराया जा सकता है। आधा झुका, फटा या कटा झंडा लगाना निषेध होगा।
हमें निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। हम एक अगस्त से सप्लाई शुरू कर देंगे। एनआरएलएम के गंगापार और यमुनापार के तमाम सहायता समूहों को झंडा निर्माण में लगाया गया है। जैसे-जैसे मटेरियल मिलता जाएगा निर्माण किया जाएगा।
कपिल कुमार प्रभारी डीसी एनआरएलएम प्रयागराज
झंडों का निर्माण आपसी जन सहयोग से किया जा रहा है। इसमें ग्राम पंचायत और विभाग अंशदान कर रहे हैं। कुल नौ लाख झंडे बनवाए जाने हैं और इनको स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहराया जाना है।
आलोक सिन्हा डीपीआरओ प्रयागराज