प्रयागराज (ब्यूरो)। एसआरएन अस्पताल की नई बिल्डिंग में शनिवार को एक एक्सरे टेक्नीशियन प्रशिक्षु ने अपने सहपाठी पर धारदार रेजर से हमला कर लहूलुहान कर दिया। इस घटना से मौके पर मौजूद बाकी छात्र सहम गए और भाग खड़े हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपी छात्र लगातार रेजर से हमला करता रहा जिससे उसके सहपाठी के हाथ से खून की तेज धार बहने लगी। आनन फानन में उसे इलाज के लिए ओटी ले गए जहां पर डॉक्टर्स ने दवा पट्टी कर उसकी ब्लीडिंग को रोका। मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुंची पुलिस को कोई नही मिला। पुलिस का कहना है उनको अभी तक किसी ओर से तहरीर भी नही मिली है। इसके बाद ही वह कोई कार्रवाई कर सकेंगे।
अचानक हमलावर हुआ
जानकारी के मुताबिक दोनों सहपाठियों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ और दूसरे ने रेजर से ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए। यह घटना एसआरएन अस्पताल की नई बिल्डिंग के एक्सरे के कंसोल रूम में हुई। हमला इतना तेज था कि कोई पीडि़त छात्र के बचाव में आने की हिम्मत नही जुटा सका। हाथ पर कई वार होने पर छात्र तड़पकर जमीन पर गिर पड़ा। छीनाझपटी में दूुसरे छात्र के हाथ से छूटकर रेजर गिर गया। घायल को साथी पीएमएसएसवाई बिल्डिंग के चौथे तल पर ओटी में ले गए, जहां उसके हाथ का ऑपरेशन करके डॉक्टरों ने नस को जोड़ा। साथ ही दो यूनिट रक्त भी चढ़ाया गया।
मऊ का है छात्र
मूल रूप से मऊ के रहने वाले घायल छात्र के परिजन की ओर से एसआरएन पुलिस चौकी में एक्सरे टेक्नीशियन प्रशिक्षु आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गयी है। हालांकि चौकी इंचार्ज विवेक कुमार का कहना है कि घटना की जानकारी उन्हें है लेकिन अभी तक किसी ओर से कोई लिखित शिकायत नही मिली है। बता दें कि पुरानी बिल्डिंग में एक्सरे की मशीन खराब होने के कारण मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण ज्यादा परेशानी हुई। अस्पताल में एक्सरे के कार्य के लिए शिफ्ट में 65 से अधिक छात्र-छात्राओं की ड्यूटी लगाई जाती है। छात्र एक्सरे टेक्नीशियन के निर्देश पर कार्य करते हैं। लेकिन छात्रों का कहना है कि घटना के समय कोई टेक्नीशियन मौजूद नहीं था। छात्रों को कोई मानदेय नहीं मिलता लेकिन ड्यिूटी रात-दिन करनी पड़ती है। इससे उन पर काम का अधिक बोझ रहता है।