प्रयागराज (ब्यूरो)। मीरापुर स्थित डीएवी इंटर कालेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य रवींद्र नाथ कुशवाहा की पिटाई करने और मोबाइल तोडऩे का मामला सामने आया है। पीडि़त की तहरीर पर अतरसुइया थाने में पूर्व प्रधानाचार्य भगवान दास सिन्हा व पवन ङ्क्षसह, धर्मेंद्र ङ्क्षसह, प्रमोद त्यागी, विनोद कुमार झा व शिव प्रताप ङ्क्षसह के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज हुई है। घटना के पीछे स्कूल के मैनेजमेंट का विवाद बताया जा रहा है। घटना दो दिन पहले दोपहर में करीब साढ़े 12 बजे हुई। कार्यवाहक प्रधानाचार्य का आरोप है कि वह दोपहर में स्कूल में थे। स्कूल के पठन-पाठन संचालित कराने में बच्चों को समझाकर कार्यालय की तरफ मोबाइल पर बात करते हुए जा रहे थे। उसी समय पूर्व निलंबित प्रधानाचार्य भगवान दास कुछ लोगों के साथ आए और बकझक करते हुए कहने लगे कि हमारी गतिविधि व धरना-प्रदर्शन कर वीडियो बना रहे हो। उन्होंने ऐसा करने इन्कार किया तो भगवान दास समेत अन्य ने मारपीट शुरू कर दी।
किसी ने हाथ पकड़ा तो किसी ने कालर मरोड़ा
किसी ने हाथ मरोड़ा तो किसी ने कालर पकड़ा। इसी बीच उनके जेब से मोबाइल निकालकर जमीन पर पटककर तोड़ दिया। यह भी आरोप है कि निलंबित पूर्व प्रधानाचार्य और उनके सहयोगियों धमकाते हुए कहा कि कैंपस छोड़कर भाग जाओ, नहीं तो ङ्क्षप्रसिपली भुला दी जाएगी। जान से हाथ भी धो बैठोगे। इस घटना से परेशान रवींद्र नाथ कुशवाहा ने पुलिस को तहरीर दी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ। अतरसुइया एसओ का कहना है कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है। जांच की जा रही है।

प्रभारी प्रधानाचार्य की बहाली के खिलाफ धरने पर बैठे कर्मचारी और शिक्षक
जीजीआइसी कटरा की प्रभारी प्रधानाचार्य ज्योत्सना ङ्क्षसह की बहाली के बाद उसी विद्यालय में तैनाती के खिलाफ शिक्षकों व कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को सभी शिक्षकों व कर्मचारियों ने स्कूल परिसर में ही धरना दिया। कहा कि अभी प्रभारी प्रधानाचार्य पर जो आरोप लगे हैं उनकी जांच चल रही है। ऐसे में उन्हें दोबारा इसी विद्यालय में तैनाती देना गलत है। कार्यवाहक प्रधानाचार्य बीना गौतम ने बताया कि बहाली के बाद ज्योत्सना ङ्क्षसह सुबह करीब नौ बजे चार्ज लेने आईं। तो उन्होंने कहा कि अब तक आपने कोई चार्ज दिया ही नहीं तो लेंगी क्या? इस पर उन्होंने अपशब्द कहे और वहां से चली गईं। इस व्यवहार से असंतुष्ट अन्य शिक्षकों और कर्मचारियों ने धरना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच चल रही हो उसके अंडर में हम सब कार्य नहीं करेंगे।