प्रयागराज (ब्यूरो)।
5.63 करोड़ की लागत आयी है प्लांट के निर्माण पर
4.13 करोड़ स्मार्ट सिटी मिशन ने इंवेस्ट किया है इस प्लांट में
1.5 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत
100 मीट्रिक टन कचरे को प्लांट में प्रतिदिन निस्तारित किया जा सकेगा
15000 मीट्रिक टन कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन वेस्ट इक_ा किया जा चुका है। इसे रीसाइक्लिंग का काम चल रहा है।
स्मार्ट सिटी मिशन प्रोजेक्ट का हिस्सा
बता दें कि इसका निर्माण स्मार्ट सिटी के अंतर्गत किया गया है। यह यूपी का अपनी तरह का पहला प्लांट है। इसके निर्माण पर छह करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। मेयर ने इस मौके पर बसवार में लगभग 210 लाख रुपये की लागत से निर्मित एनीमल इंसीनेटर प्लांट का लोकार्पण फीता काट कर उदघाटन किया गया। इसके साथ बसवार में 168 लाख रुपये की लागत से सी एंड डी वेस्ट रीसाइक्लिंग प्लांट तक पहुच मार्ग का लोकार्पण किया गया। जिसमे कुल लगभग कुल 978 लाख रुपये का व्यय किया गया। विशिष्ट अतिथि मंडलायुक्त संजय गोयल भी उपस्थित रहे। प्लांट को ऑपरेट मेसर्स ऑर्बिट एण्ड क्लीन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली के माध्यम से नगर निगम प्रयागराज के अंतर्गत किया जा रहा है।
नगर निगम एरिया में करेगा काम
नगर क्षेत्र से जनित सी एण्ड डी वेस्ट के निस्तारण हेतु स्मार्ट सिटी प्रयागराज के वित्तीय सहयोग से प्लांट का निर्माण कराया गया है, जिससे शहर में जनित मलबा का सही ढंग से निस्तारण किया जा सके। नगर क्षेत्र से प्रतिदिन लगभग 50-100 मीट्रिक टन सी एण्ड डी वेस्ट का जनित होता है। प्रतिदिन जनित सी0एण्डडी0 वेस्ट का निस्तारण किया जाएगा। प्लांट तक पहुंचने के बाद कचरे को रीसाइकिल किया जाएगा और इससे ब्रिक्स, कर्व स्टोन, टाइल्स और स्लैब कवर तैयार किया जाएगा। इसे मार्केट में सेल भी किया जाएगा। इस अवसर पर नगर आयुक्त रवि रंजन, अपर नगर आयुक्त मुशीर अहमद, पर्यावरण अभियंता उत्तम वर्मा, मुख्य अभियंता सतीश कुमार, पार्षदगण नीलम यादव, रोमा भारती, कुसुमलता, निक्की कुमारी, दीपक कुशवाहा, शिव भारती, अमरजीत सिंह, ओमप्रकाश द्विवेदी, अनिल कुशवाहा, पूर्व पार्षद राजेश कुशवाहा, नीरज टण्डन, राम कुमार यादव, मुकेश सविता भारती, नामित पार्षद अनूप मिश्रा, पवन श्रीवास्तव, राजेश कुमार निषाद पप्पू व सबीना यास्मीन सिद्दीकी, दिलीप केसरवानी, जोनल अधिकारी एसपी सी सिंह, जेई जगवीर सिंह, एसएन पाण्डेय, अतुल केसरवानी, मनीष सिंह, वीरेंद्र पाण्डेय, अभिषेक पाण्डेय आदि लोग मौजूद रहे।
कचरा निस्तारण थी बड़ी समस्या
सडकों, भवनों एवं अन्य निर्माण विध्वंस कार्यों से उत्पन्न हो रहे मलबे से पर्यावरण प्रदूषण संबंधित समस्या होती है
इस मॅटिरियल को आम तौर पर पब्लिक यहां-वहां फेंकवा देती है
इससे नाला जाम होना, चोक होना जैसी गंभीर समस्या खड़ी होती है
इसका असर सड़कों पर ट्रैफिक मूवमेंट पर भी पड़ता है
इस कचरे का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण इस प्लांट में किया जाएगा।
प्लांट से बनाए गए ईट, कर्ब स्टोन, टाइल्स एवं स्लैब कवर का क्रय नगर निगम द्वारा रियायती दर पर किया जायेगा।
भू-स्वामी, बिल्डर्स, ठेकेदार, सरकारी व प्राइवेट संस्थाएं आदि सभी अपने अपशिष्ट का निस्तारण उचित दर पर करा सकेंगे।
नगर निगम द्वारा चिन्हित एजेंसी शहर के विभिन्न स्थलों से मलबे के कलेक्शन का कार्य भी करवाएगी।