प्रयागराज ब्यूरो । किसी को अंदाजा नही था कि बिजली आपूर्ति ठप होना महासंकट बन जाएगा। बत्ती नही आने से एक-एक बूंद को तरसना होगा। हालात बिजली कर्मियों की तीन दिनी हड़ताल के पहले दिन बदतर हो गए। शुक्रवार भोर से ही 75 फीसदी इलाकों में शट डाउन कर दिया गया। उपकेंद्रों पर ताला लगाकर बिजली कर्मी गायब हो गए। बिजली नही आने पर उपकेंद्र पहुंचे आक्रोशित लोगों ने हंगामा काटा और पथराव भी किया। उनको भगाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

हैलो-हैलो, बिजली कब चालू होगी

बिजली जाने पर विद्युत विभाग के जिन अधिकारियों और कर्मचारियों के फोन तत्काल उठ जाया करते थे, शुक्रवार को वह या तो बंद रहे या कॉल रिसीव नही किया गया। इससे आक्रोशित लोगों ने रामबाग, गऊघाट उपकेंद्र में हंगामा कर पत्थरबाजी कर दी। बता दें कि जिले में 141 उपकेंद्र और 20 पावर हाउस हैं। हड़ताल के चलते शुक्रवार देर शाम सात बजे 123 उपकेंद्र और 18 पावर हाउस प्रभावित हो गए हैं। लोगों का समय फोन पर यह पूछते बीता की बिजली कब आएगी।

इन एरिया में रही बिजली गुल

शहर के रामबाग, न्यू खुसरोबाग, ओल्ड खुसरोबाग, करैलाबाग, करेली, कल्याणी देवी, कीडगंज, गऊघाट, बैरहना, अल्लापुर, दारागंज, बक्शी, तेलियरगंज, बमरौली, चौफटका, कसारी-मसारी, प्रीतम नगर, केंद्रांचल, पावर हाउस, मो। अली पार्क, सिविल लाइंस, अशोक नगर, टैगोर टाउन, जार्जटाउन, नैनी, इंदलपुर समेत अन्य उपकेंद्रों से संचालित होने वाली बिजली आपूर्ति 75 प्रतिशत तक ठप रही। बिजली गुल होने से नलकूपों का संचालन ठप हो गया, जिससे पेयजल की समस्या भी गहरा गई।

जवाब दे गया पब्लिक का धैर्य

देर शाम आक्रोशित लोग रामबाग व गऊघाट उपकेंद्र पर पहुंचे। मुख्य गेट बंद था। लोगों ने नारेबाजी करते हुए पथराव कर दिया। इससे अफरातफरी मच गई। तैनात पुलिसकर्मियों ने लोगों को खदेड़ा। कल्याणी देवी, पावर हाउस, करैलाबाग, कसारी-मसारी आदि में सहायता के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी भी लोगों की मदद नहीं कर सके। लोग उपकेंद्रों पर पहुंचे तो वहां सिर्फ पुलिसकर्मी मिले, जिन्होंने यह कहकर सभी को वापस भेज दिया कि कोई बिजली कर्मी नहीं है।

चीफ इंजीनियर कार्यालय पर हुई नारेबाजी

बेनीगंज, खुल्दाबाद क्षेत्र में गुरुवार रात से बिजली नहीं है, जबकि जीरो रोड क्षेत्र में बुधवार रात से ही आपूर्ति ठप है। इससे परेशान लोग काफी संख्या में शुक्रवार दोपहर मुख्य अभियंता का घेराव करने कार्यालय पर पहुंचे। परिसर में नारेबाजी करते हुए वह आगे बढऩे लगे। कार्यालय के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने शोरगुल सुना तो वह बाहर निकले। लोगों को आगे बढऩे से रोका और बताया कि मुख्य अभियंता नहीं हैं। इस पर लोग और आक्रोशित हो गए और यह कहकर नारेबाजी करने लगे कि दो-तीन दिन से बिजली गायब है। इसे कब चालू किया जाएगा, कोई बताने वाला तक नहीं है। हंगामा बढ़ते देख पुलिसकर्मियों ने जमीन पर लाठी पटककर सभी को वहां से खदेड़ा। मुख्य अभियंता कार्यालय में तैनात सुरक्षाकर्मी से गेट पर ताला लगवाया।

फैक्ट फाइल

-141 उपकेंद्रों में 123 प्रभावित

-20 पावर हाउस में 18 बाधित

-75 प्रतिशत शहर की बत्ती गुल

-80 प्रतिशत गांव में अंधेरा

-रामबाग, गऊघाट, कल्याणी देवी, पावर हाउस समेत कई उपकेंद्रों पर हंगामा

-नलकूपों के ठप होने से पेयजल किल्लत, उपकेंद्रों से अधिकारी-कर्मचारी गा