-प्रशासन के निशाने पर हैं शहर के आउटर एरियाज
-तेजी से बढ़ाई गई सर्किल रेट की दरें, कई गुना रेट पर होगी खरीद फरोख्त
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ALLAHABAD: महंगाई के जमाने में शहर के बाद अब आउटर एरियाज में भी जमीन खरीदना लोगों के मुश्किल होता जा रहा है। रही सही कसर सर्किल रेट ने पूरी कर दी है। नई दरों की प्रस्तावित नई सूची में शहर से लगे नैनी, फाफामऊ और झूंसी के सर्किल रेट में जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है। सोर्सेज बताते इससे बिल्डर्स को कहीं ज्यादा फायदा होगा। वह जमीनों को निर्धारित दरों से कई गुना अधिक रेट पर बेचकर मुनाफा कमाएंगे।
बढ़ गई है जमीन की कीमत
शहर के जमीन की किल्लत होने के बाद आम जनता और बिल्डर्स की नजर गंगा-यमुना पार के इलाकों पर टिक गई है। इनमें झूंसी, नैनी और फाफामऊ समेत इनके आसपास के एरिया शामिल हैं। यहां भी रिहायशी इलाकों का विस्तार तेजी से हो रहा है। उधर, स्मार्ट सिटी बनाए जाने की घोषणा के बाद इन इलाकों के विकसित होने की संभावना भी बढ़ गई है। यही कारण है कि प्रस्तावित सर्किल रेट की नई दरों में इन इलाकों की जमीनों कीमत डेढ़ से ढाई हजार रुपए तक प्रति वर्गमीटर बढ़ गई है।
यहां पर है सबसे अधिक डिमांड
गंगा-यमुना पार के इलाकों में बसे गांव में प्लाटिंग तेजी से हो रही है। नैनी के चक बवुरा, अलीमाबाद, मवैया, ददरी, झूंसी में पटेल नगर, रहिमाबाद, शेरडीह, कोटवा, अंदावा, कनिहार और फाफामऊ की ओर से रुदापुर, मोरहू, बहमलपुर, पडि़ला आदि गांवव/एरिया पर लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। इसके अलावा वाराणसी, मिर्जापुर और लखनऊ राजमार्ग के किनारों की जमीनों पर डेवलपमेंट स्पीड से जारी है। ये कारण भी सर्किल रेट में बढ़ोतरी की वजह बताए जा रहे हैं।
शहर में नहीं बची जमीनें
इलाहाबाद शहर में जमीने नहीं बची हैं। यही कारण है कि लोग आउटर एरियाज की ओर पलायन कर रहे हैं। जानकारों के मुताबिक एक समय था जब लोग नदी पार कर बसने को तैयार नहीं होते थे लेकिन अब यहां पर ढूंढे जमीन नहीं मिल रही है। उनका कहना है कि भू माफिया और बिल्डर्स के दबाव के चलते इन इलाकों की जमीनों के दाम पहले से ही बढ़े हुए हैं, ऊपर से सर्किल रेट में बढ़ोतरी आम जनता की जेब खाली करने का सबब बन सकती है।
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कैसे निर्धारित हो गई आवासीय दरें
जिला प्रशासन ने शहर के कछारी इलाकों की आवासीय दरें निर्धारित करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। वह भी तब जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नदियों से पांच सौ मीटर तक किसी भी तरह के निर्माण को अवैध करार दिया है। एग्जाम्पल के तौर पर सदर प्रथम के कछार मऊ, सराय भीखी और भीखी गांव (कुल तीन गांवव) के आवासीय दरें निर्धारित कर सर्किल रेट की प्रस्तावित सूची में शामिल कर लिया है। इसको लेकर प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। बता दें कि इन तीनों गांव में रोड, मकान, बिजली, पानी की व्यवस्था भी नहीं है।
नदी पार के इलाकों के प्रस्तावित सर्किल रेट पर एक नजर
फाफामऊ और आसपास के एरिया
एरिया वर्तमान सर्किल रेट प्रस्तावित सर्किल रेट (रुपए प्रति वर्गमी)
रंगपुरा 7400 8400
बहमलपुर 7600 8400
रुदापुर 7600 6500
पडि़ला 5800 6500
फाफामऊ पुल से वाराणसी जाने वाली सड़क तक
16000 18000
फाफामऊ बाजार तिराहे से लखनऊ रोड
16000 18000
फाफामऊ पुल से मलाक हर हर तिराहे तक
16000 18000
झूंसी और आसपास के एरिया
एरिया वर्तमान सर्किल रेट प्रस्तावित सर्किल रेट(रुपए प्रति वर्गमी)
अंदावा 7000 8000
अबूसा 6500 8000
एडीए कालोनी/प्रतिष्ठानपुरी
12000 14000
उस्तादपुर महमूदाबाद उत्तरी
6500 8000
कटका 7000 8000
झूंसी योजना 2 व 3
12000 14000
त्रिवेणीपुरम 12000 14000
पुराना जीटी रोड लाल मनमोहन दास इंटर कॉलेज से रोडवेज वर्कशॉप तक 16000 18000
जीटी रोड आवास विकास कालोनी पुलिस चौकी से टू लिप्स इंग्लिश मीडियम 20000 23000
फूलपुर रोडवेज बस स्टाप के पास प्रतापपुर तिराहा कुशवाहा होमियो हाल से हनुमानगंज रोड पर गुलाब हॉस्पिटल तक
13000 15000
नैनी और आसपास के एरिया
एरिया वर्तमान सर्किल रेट प्रस्तावित सर्किल रेट(रुपए प्रति वर्गमी)
अभय चंद्रपुर 8100 9300
अंबेडकर नगर 7400 8500
चक रघुनाथ 7500 8600
चकदोंदी 7500 8600
चक 5400 6200
महेवा कछार पूर्वी 7300 8050
डांडी 5400 6200
नैनी अवंतिका आवास योजना
8650 9450
बुद्ध विहार आवास विकास कालोनी
8650 9450
मेवालाल बगिया से हनुमान नगर होते हुए रेलवे क्रासिंग तक
15000 17300
मिर्जापुर रोड से एडीए जाने वाले मार्ग पर एडीए सीमा प्रारंभ होने तक
16100 18500
मिर्जापुर रोड काटन मिल तिराहे से गुरुनानक नगर होते हुए राम नगर चौराहे तक
11500 13200
प्रस्तावित दरों पर पब्लिक से आपत्ति मांगी गई है। अभी तक केवल एक आपत्ति ही आई है। पब्लिक के रिस्पांस पर ही सर्किल रेट में कमी और बढ़ोतरी भी संभव है। प्रस्तावित दरें काफी कम रखी गई हैं।
-राम सहाय यादव,
एडीएम, वित्त एवं राजस्व