डीएम कमिश्नर ने एसआरएन हॉस्पिटल में बच्चों के सौ बेड के वार्ड का किया आरंभ
बुखार के बढ़ते प्रकोप के चलते इमरजेंसी में लिया गया निर्णय
बुखार से परेशान और बीमार बच्चों के इलाज को बेहतर बनाने के लिए एसआरएन हॉस्पिटल में बच्चों के लिए सौ बेड का वार्ड मंगलवार से शुरू किया गया है। कमिश्नर संजय गोयल और डीएम संजय खत्री ने इस वार्ड का फीता काटकर उदघाटन किया। इसके बाद दोनों ने हॉस्पिटल का निरीक्षण किया।
चिल्ड्रेन में है डेढ़ गुना बच्चे
चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में इस समय डेढ़ गुना बच्चे एडमिट है। अस्प्ताल की क्षमता 120 बेड की है और यहां पर वर्तमान में 180 बच्चों को भर्ती किया गया है। इसकी वजह से एक बेड पर तीन बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया था। यही कारण है कि एसआरएन में सौ बेड का वार्ड तत्काल शुरू किया गया है। अब जो बच्चे चिल्ड्रेन में एडमिट नही हो सकेंगे उनका यहां पर भर्ती कर इलाज किया जाएगा।
230 बेड का है पीकू वार्ड
एसआरएन में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए एसआरन में 230 बेड का पीकू वार्ड बनाया गया है। कोरोना से पहले ही सीजनल बुखार ने ऐसा प्रकोप दिखाया कि इसमें से 100 बेड का वार्ड मंगलवार को शुरू कर दिया गया है। इस दौरान कमिश्नर व डीएम ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से बातचीत करते हुए दवाओं की उपलब्धता सहित अन्य आवश्यक चीजों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां पर उपस्थित चिकित्सकों से कहा कि मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या न होने पाये। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर और वार्डो को भी बच्चों के इलाज के लिए उपयोग लाये जाने के लिए पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना का कोई केस नहीं है, केवल वायरल फीवर से ही संबंधित मरीज है।
डीएम कर रहे मानीटरिंग
इस समय वार्ड में 18 बच्चे भर्ती हैं जिनमें बुखार, इंसेफलाइटिस सहित अन्य बीमारियों के मरीज हैं। बता दें कि स्वरूपरानी की तरह ही शहर के अन्य अस्पतालों में भी इसकी व्यवस्था की गयी है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी व्यवस्था करायी गयी है। दवाओं की कोई कमी नहीं है। डीएम के द्वारा निरंतर इसकी मानिटरिंग की जा रही है तथा डॉक्टरों को भी निर्देशित किया गया है कि किसी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता न बरती जाये। इस अवसर पर प्रिंसपल डॉ। एसपी सिंह सहित अन्य डॉक्टर्स उपस्थित रहे।