बच्चों में तेजी से बढ़ रहे बुखार, सर्दी, जुकाम के मामले
हाइग्रेड फीवर से पीडि़त हैं बच्चे, अस्पताल में बढ़ गए मरीज
मौसम के बदले हुए तेवर ने कॉमनमैन को बेहाल कर दिया है। बच्चे इसके सबसे ज्यादा शिकार हैं। बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। उनको तेज बुखार के साथ सर्दी और जुकाम के लक्षण भी सामने आ रहे हैं। इससे लोगों ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर डर बढ़ता चला जा रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह वायरल इंफेक्शन है। पैरेंट्स को बस होशियार रहने की जरूरत है।
दो से तीन दिन नही मिल रहा चैन
वर्तमान में 12 साल तक के बच्चों में तेजी से बुखार के मामले सामने आ रहे हैं।
यह बुखार काफी तेज (104 डिग्री) तक होता है और दो से तीन दिन तक बच्चे का पीछा नही छोड़ता है।
इसके बाद अगले दो से चार दिन तक सर्दी, जुकाम, गले में खराश और बदन दर्द जैसे लक्षण से बच्चे परेशान होते हैं।
जिस तेजी से यह संक्रमण बच्चों में फैल रहा है उससे सभी परेशान हैं।
खुद डॉक्टर्स ऐसी सिचुएशन में बचकर रहने की सलाह दे रहे हैं।
क्या बदल गया वायरस का स्वरूप
कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद नार्मल वायरल इंफेक्शन के लक्षणों में भी बदलाव देखने में आ रहा है। खासकर मरीजों में तेज और लंबे समय तक बुखार के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। सर्दी, जुकाम जैसे लक्षण भी मरीज में स्टैंड कर रहे हैं। इसकी वजह से एंटीबायटिक का यूज और डोज की मात्रा भी डॉक्टर्स को बढ़ानी पड़ रही है।
ओपीडी में बढ़ गई मरीजों की संख्या
जैसे जैसे मौसम में बदलाव हो रहा है, ओपीडी में मरीजों की संख्या में भ इजाफा हो रहा है। चिल्ड्रेन अस्पताल में रोजाना तीन सौ तक बच्चे ओपीडी में पहुंच रहे हैं। यह संख्या रूटीन मरीजों से दोगुनी के आसपास है। सबसे अहम कि इसमें से 40 फीसदी मरीज सर्दी, जुकाम और बुखार के हैं। इनको ठीक करने में डॉक्टर्स को मशक्कत भी करनी पड़ रही है।
इन लक्षणों से रहें होशियार
- तेज बुखार
- खांसी
- गले में खराश या चुभन
- सीने में दर्द
- बदन दर्द और भूख नही लगना
बचाव
- बुखार आते ही डॅाक्टर से संपर्क करें।
- घबराएं नही, बच्चे को एसी से दूर कर दें।
- हल्का और पोषिटक भोजन बच्चे को दें।
- पानी अधिक से अधिक पिलाना होगा।
- बाजार की चीजों से बचना जरूरी।
ऐसा न करें
- बाजार के खानपान से बचें।
- किसी संक्रमित व्यक्ति से बच्चे को दूर रखें।
- बच्चा अगर बदन दर्द और सुस्ती दिखाए तो एलर्ट हो जाएं।
- अधिक बुखार होने पर ठंडे पानी की पट्टी सिर पर रखें।
- बुखार उतरने के बाद बच्चे को घूमने की इजाजत न दें।
यह वायरल फीवर का सीजन है। इस मौसम में होने वाला फीवर दो से तीन दिन परेशान करता है। हॉस्पिटल में ऐसे मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। घबराएं नहीं, बस इतना ध्यान रखें कि बच्चे को तत्काल ट्रीटमेंट मिले वह भी एक्सपर्ट का।
डॉ। मुकेश वीर सिंह
एचओडी, चिल्ड्रेन अस्पताल