जरूरत पड़ी तो बाल कल्याण समिति के आदेश पर भेजे जाएंगे बालगृह
आधा दर्जन बच्चों के नही है माता-पिता, रिश्तेदारो को सौंपने की तैयारी
कोविड की दूसरी लहर में अपने माता-पिता को खो चुके आधा दर्जन बच्चों को उनके रिश्तेदारों की कस्टडी में रखा जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो बाल कल्याण समिति के आदेश पर उनको बाल गृह भेज दिया जाएगा। वर्तमान में 90 ऐसे बच्चे ट्रेस हुए हैं जिन्होंने कोरोना के चलते अपनों को खो दिया है। इनमें से आधा दर्जन पूरी तरह से अनाथ हो गए हैं तो बाकी बच्चों के माता-पिता में से किसी एक की जान चली गई है। सबसे अहम कि इसमें से एक भी बच्चे की परिस्थिति उसको बालगृह भेजने की नही बनी है।
ली जा रही है अंडर टेकिंग
जो आधा दर्जन बच्चे अनाथ हो चुके हैं उनके रिश्तेदारों से फार्म भराकर अंडर टेकिंग ली जा रही है। जिसमें वह बच्चों की लालन-पालन की जिम्मेदारी ले रहे हैं। इन सभी को सरकार की ओर से बच्चे की परवरिश के एवज में चार हजार रुपए की धनराशि सरकार की ओर से दी जानी है। अगर बच्चे के नाम से एकाउंट खुला है तो राशि सीधे उसके खाते में जाएगी।
समय-समय पर होगा फालोअप
जो बच्चे अपनो की कस्टडी में रहेंगे उनका समय समय पर बाल कल्याण समिति की ओर से फालोअप किया जाएगा। समिति के सदस्य उनका हालचाल लेंगे। उन्हे कोई समस्या है तो इसकी जानकारी शासन व प्रशासन को दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि इन बच्चों का फिजिकल वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। उनके माता-पिता की कोविड रिपोर्ट, आय प्रमाण पत्र आदि का ब्यौरा लिया जा रहा है।
यूपी में है सबसे ज्यादा मामले
बता दें कि जिन बच्चों के माता-पिता में से कोई एक कोरोना काल में बिछड़ गया है, ऐसे मामले यूपी में सबसे ज्यादा हैं। जबकि प्रयागराज में ऐसे मामलों की संख्या 84 है। ऐसे बच्चों के लिए भी सरकार ने सहायता का आश्वासन दिया है। अनाथ बच्चों को केंद्र सरकार ने बाल गृह में भेजने को कहा है लेकिन प्रयागराज में एक भी बच्चा इन शेल्टर में नही जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यह हमारे पास सबसे अंतिम आप्शन है। हालांकि अभी तक इनके अपनों ने हाथ थाम लिया है और पालन पोषण की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है।
सभी बच्चों का फिजिकल वेरिफकेशन लगभग पूरा हो चुका है। आधा दर्जन बच्चों को उनके रिश्तेदारों ने अपनाने का वादा किया है। उनसे फार्म भरवाया जा रहा है। जिनका कोई एक अभिभावक गया है उनकी पूरी जानकारी जुटाई जा रही है।
पंकज मिश्रा
डीपीओ प्रयागराज