-तीन अलग-अलग एजग्रुप के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बांटी मेडिकल किट
प्रयागराज- कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के लिए मेडिकल किट बांटनी शुरू कर दी है। रविवार को विभिन्न ब्लॉकों में निगरानी समितियों की मौजूदगी में 150 किट वितरित की गई। बता दें कि जिले में कुल 29 हजार मेडिकल किट दी गई हैं और इनका वितरण भविष्य में किया जाना है। सबसे अहम कि यह किट अलग-अलग एजग्रुप के लिए हैं और प्रत्येक किट के अनुसार बच्चों की उम्र के हिसाब से अलग-अलग दवाओं की डोज निर्धारित की गई है।
बिना समझे मत दीजिए दवा
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अगर किसी बच्चे को कोरोना के लक्षण होते हैं तो उसका उपचार तत्काल शुरू कर दिया जाएगा। पैरेंट्स खुद अपने पास मौजूद मेडिकल किट से उसे दवाएं दे सकेंगे। इसके साथ ही बच्चे की कोरोना जांच भी कराई जाएगी। आइए जानते हैं कि किस एजग्रुप के लिए क्या है निर्धारित दवाओं की डोज-
0 से 12 माह के लिए
- इस किट में मौजूद पैरासिटामाल ड्राप को दो माह तक के बच्चों को 0.5 एमएल दिन में तीन बार, 3 से 6 माह के लिए एक एमएल दिन में तीन बार और 7 से 12 माह के लिए एक एमएल दिन में चार बार देना है। बुखार आने पर दवा दी जाएगी और खाली पेट नहीं देना है।
- मल्टीविटामिन ड्राप को 6 माह तक के बच्चे को नहीं देना है और 7 से 12 माह के बच्चे को 0.5 एमएल प्रतिदिन के हिसाब से सात दिन दिया जाना है।
- ओआरएस के पैकेट को एक लीटर पानी में उबालकर ठंडा कर बच्चे को पिलाना है। हर बार दस्त होने के बाद थोड़ी मात्रा में देना है।
1 से 5 साल के बच्चों के लिए
- पैरासिटामाल सीरप को 1 से 2 साल के बच्चों को 2.5 एमएल दिन में चार बार, 2 से 3 साल के लिए 5 एमएल दिन में तीन बार और 3 से 5 साल तक के लिए 5 एमएल दिन में चार बार देना है।
- मल्टीविटामिन सीरप को 2.5 एमएल दिन में एक बार रात को, 2 से 3 साल के लिए 2.5 एमएल सिरप दिन में दो बार सुबह व रात को व 3 से 5 साल के बच्चों को दिन में दो बार सुबह व रात को देना है।
- ओआरएस का पैकेट एक लीटर पानी में घोलकर देना है।
5 से 12 साल के बच्चों के लिए
- पैरासिटामाल टेबलेट आधी गोली दिन में तीन बार देना है।
- मल्टी विटामिन टेबलेट एक गोली दिन में एक बार रात में देना है।
- आइवर मेक्टिन टेबलेट रात में एक गोली खाना खाने के एक घंटे बाद देना है.यह दवा तीन दिन तक चलेगी।
इन लक्षणों पर दी जाएगी दवा
- लगातार अनेक दिनो तक 101 डिग्र से अधिक बुखार होने पर।
- अत्यधिक खांसी व पसली चलना
- खाना पीना बंद कर देना।
- निढाल पड़ जाना।
- पल्स आक्सीमीटर से नापने पर आक्सीजन लेवल 94 फीसदी से कम आना।
हेल्प लाइन नंबर
18001805145 व 104
दवा देने के साथ बच्चे को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में दिखाना जरूरी है। जहां उसकी जांच के साथ अग्रिम इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। रविवार से किट वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह तैयारियां कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए की जा रही है।
डॉ। सतेंद्र राय, एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज