डाक्टर्स दे रहे दो सप्ताह सावधानी बरतने की सलाह
मौसम के बार-बार बदलाव होने से पांच साल तक के बच्चों में निमोनिया की बीमारी बढ़ रही है। सरोजनी नायडू बाल रोग चिकित्सालय यानी चिल्ड्रेन अस्पताल की ओपीडी में इसके केस ज्यादा मिल रहे हैं। कछारी इलाकों में परेशानी ज्यादा है, क्योंकि वहां घरों में दूषित पानी आ रहा है। बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि कम से कम दो सप्ताह तक सावधानी की जरूरत है।
कभी चढ़ता तो कभी उतर जाता है बुखार
चिल्ड्रेन अस्पताल में अपने ढाई वर्षीय बेटे को डाक्टर के पास लेकर पहुंचे फाफामऊ निवासी मनोज मिश्रा ने बताया कि कई दिन से बच्चे को खांसी आ रही है। बुखार कभी चढ़ रहा है तो कभी शरीर का तापमान सामान्य रहता है। बलुआघाट से चिल्ड्रेन अस्पताल पहुंचे दीपक ने बताया कि उनके बेटे को डाक्टर ने निमोनिया बताया है। पिछले तीन-चार दिनों से दिक्कत थी।
वायरल इंफेक्शन का असर ज्यादा
चिल्ड्रेन अस्पताल के डा। अंबुज त्रिपाठी ने बताया कि आजकल वायरल इन्फेक्शन ज्यादा हो रहे हैं। पांच साल तक के बच्चों में निमोनिया ज्यादा हो रहा है। इससे अधिक उम्र के बच्चे भी बीमार अवस्था में लाए जा रहे हैं, लेकिन उनमें वायरल बुखार ही हो रहा है। कहा कि बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं, गर्म पानी से नहलाएं और पानी भी उबला हुआ ही पिलाएं। कहा कि नाक से पानी आ रहा है, सीने में कफ जम रहा है, खांसी आ रही है तो यह निमोनिया के लक्षण हैं।