- कमिश्नर संजय गोयल ने आइट्रिपलसी सभागार में की बैठक
- कोरोना से बचाव के लिए सभी इंतजाम करने के लिए दिए निर्देश
रविवार की शाम कमिश्नर संजय गोयल ने आइट्रिपलसी में अधिकारियों की बैठक की। बैठक में उन्होंने चिल्ड्रेन अस्पताल में कोविड-19 की टेस्टिंग की व्यवस्था कराने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों की जांच वहीं पर तत्काल की जाए। उन्होंने चिह्नित सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में बच्चों के बेड सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की तत्काल सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। अभी तक चिल्ड्रेन अस्पताल में बच्चों की आन स्पाट जांच की व्यवस्था नहीं होने से उन्हें एसआरएन भेजना पड़ता था। इससे कई मरीज सीरियस हो जाते थे। रोजाना तीन से चार बच्चों को कोरोना जांच के लिए भेजा जाता है। लंबे समय से परिजनों द्वारा बच्चों की जांच मांग कराने बात कही जा रही थी। इस बार कोरोना ने कई बच्चों को अपनी चपेट में भी लिया है। इसके अलावा कमिशनर ने ब्लैक फंगस के उपचार के लिए दवाइयां सुनिश्चित करने के लिए सीएमओ को निर्देश दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे तेज करने का निर्देश
रविवार को हुई बैठक में उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में डोर-टू-डोर सर्वे में तेजी लाई जाए। कहा कि निगरानी समितियां शहर और गांव के सर्वे पर ध्यान दें। जो लोग पाजिटिव आए उनको मेडिकली किट उपलब्ध कराई जाए। होम आइसोलेशन पर रहने वाले मरीजों की रोजाना मोबाइल के माध्यम से जानकारी प्राप्त की जाए। उन्होंने गंगापार और यमुनापार लगाए जाने वाले आक्सीजन प्लांट के कार्यमें तेजी लाने के निर्देैश भी दिए। इस मौके पर डीएम भानुचंद्र गोस्वामी, सीएमओ डा प्रभाकर राय, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ। एसपी सिंह सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।
64 हजार मरीज हुए डिस्चार्ज
अब तक जिले में 64 हजार मरीज होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हुए हैं। यह संख्या उन मरीजों की है जिन्होंने घर में रहकर अपना इलाज कराया। रविवार 450 मरीज होम आइसोलशेन से डिस्चार्ज हुए हैं। रविवार को महज 8137 मरीजों के सैंपल लिए गए। इस जांच में 174 नए कोरोना मरीज सामने आए। इसके उलट 490 मरीज डिस्चार्ज होकर स्वस्थ हुए। 6 मरीजों की कोरोना से मौत हो गई। उनका अलग अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा था।
अधिक चार्ज लेने पर केस दर्ज करने का आदेश
टैगोर टाउन के निजी अस्पताल के संचालक के खिलाफ कोरोना मरीज से तय दर के अतिरिक्त चार्ज लिए जाने के मामले में प्रशासन ने मामला दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। इस मामले में संचालक के बचाव में एएमए आगे आया है। एएमए सचिव डा राजेश मौर्या ने अपील जारी करते हुए कहा कि अस्पताल कोरोना मरीजों की निर्धारित दर से बिल बनाए। साथ ही प्रशासन से ऐसे मामलों में सकारात्मक कार्यवाही करने की अपील भी की है.साथ ही मीडिया से उचित तथ्य के आधार पर खबरें प्रकाशित करने की मांग की है।