प्रयागराज ब्यूरो । करछना के भरहा स्थित हरिओम अस्पताल में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया। कारण यह था कि यहां पर चार बच्चों को एडमिट किया गया था और मौके पर न तो कोई डॉक्टर मौजूद था न ही वैध पैरामेडिकल स्टाफ। सभी बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा था। इनमें से दो बच्चे एनआईसीयू में एडमिट थे। जबकि दो बच्चे निमोनिया से ग्रसित थे। यह देखकर टीम का पारा चढ़ गया।
एक घंटे तक बनाते रहे बहाने
एसीएमओ डॉ। तीरथ लाल के नेतृत्व में पहुंची टीम में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज कुमार पांडेय और राकेश जायसवाल मौजूद थे। उन्होंने जब अस्पताल संचालक से डॉक्टर की मौजूदगी के बारे में पूछा तो उसने आने की बात कही। लेकिन एक घंटे तक कोई नही आया। अस्पताल में एक महिला को भी एडमिट किया गया था जिसका गाल ब्लेडर का आपरेशन किया गया था। इसकी देखभाल के लिए कोई स्टाफ मौजूद नही था।
नहीं भर्ती होगा कोई मरीज
मरीजों की देखरेख नहीं होने और व्यापक अनियमितता मिलने पर टीम ने तत्काल अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया। साथ ही यह हिदायत दी कि निलंबन अवधि के दौरान अस्पताल में कोई भी चिकित्सकीय कार्य नही किया जाएगा। ऐसा करते पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होगी और किसी अनहोनी के होने पर अस्पताल संचालक जिम्मेदार होगा। इसके बाद टीम
ने सीताराम मेमोरियल अस्पताल, सत्यम अस्पताल व शर्मा अस्पताल का भी निरीक्षण किया।
अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। यहां मरीज भर्ती थे और उनके इलाज के लिए कोई भी वैध डॉक्टर या स्टाफ मौजूद नही था। एक घंटे इंतजार के दौरान भी कोई डॉक्टर नहीं आया।
डॉ। तीरथ लाल, एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज