प्रयागराज (ब्यूरो)विकास के नाम की तलवार से पूरे शहर के बदन को जख्मी कर दिया गया है। आज तक एक भी जख्म पूर्ण पूर्ण से भरा नहीं जा सका। इससे उत्पन्न दर्द रोज शहर का हर शख्स सहन कर रहा है। कुछ इसी अंदाज में बुधवार को प्रमुख सचिव से पार्षद व पूर्व पार्षदों ने शहर के हाल को बयां किया। अधूरे विकास कार्यों से लेकर चोकर सीवर लाइन और वाटर सप्लाई तक की समस्या उनको बताई गई। सर्वदलीय पार्षद पूर्व पार्षद जनकल्याण संस्थान द्वारा सौंपे गए आठ सूत्रीय ज्ञापन एक-एक बात का जिक्र किया गया।

झेल रही पब्लिक
संस्थान के अध्यक्ष व वरिष्ठ पार्षद ने बताया कि शहर की निर्माणाधीन मुख्य सड़कें अब तक कम्प्लीट नहीं हो सकी हैं। बनाए जा रहे फ्लाई ओवर और ब्रिज के कार्य भी अधूरे ही हैं। इससे हर रोज लग रहे जाम से हर कोई परेशान हैं। वहीं वरिष्ठ पार्षद आनन्द घिल्डियाल ने कहा चारों तरफ चौड़ीकरण के खोदी गईं सड़कें का भी काम पूरा नहीं हो सका है। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। महाकुंभ में चंद महीने शेष है। ऐसे में आनन-फानन कार्य कराए जाने पर गुणवत्ता और उसकी मजबूती प्रभावित होगी।

सीजन जाम होना आम
सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि नयी सीवर लाइन जाम की समस्या यहां आम बात है। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद पब्लिक को उसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। बारिश पूर्व नाला और सीवर सफाई के कार्य में सिर्फ कोरम पूरा किए गए हैं। इतना ही नहीं वाटर टैक्स में विसंगतियों को दूर करने व स्लैब आधारित वाटर टैक्स समाप्त करके समान टैक्स निर्धारण की मांग किए। जल विभाग को पूर्ण रूप से नगर निगम में विलय किए जाने की भी डिमांड पार्षदों के जरिए की गई। गृहकर में ओटीएस योजना को लागू करने एवं 72वां संविधान संशोधन को लागू कराने की भी मांग किए। इसी तरह कई समस्याओं को जरिए ज्ञापन प्रमुख सचिव के सम्मुख रखा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में समाजसेवी अनुराधा, रंजन कुमार, पूर्व पार्षद अशोक सिंह, चंद्र प्रकाश गंगा, आदि मौजूद रहे।