प्रयागराज (ब्यूरो)। नैनी के महेवा क्षेत्र में करीब ढाई-तीन सौ परिवार मंूज उत्पादों से जुडे हुये हैं। इस परिवार की ज्यादातर महिलाएं ही उत्पादों को तैयार करती हैं। रिपोर्टर ने मौके पर जाकर देखा तो महिलाएं अलग-अलग आकारों और डिजाइनों के ढक्कन और बिना ढक्कन वाले बास्केट, कोस्टर, ट्रे, थैले और डस्टबिन तैयार कर रही थीं। कुछ ही लोग थे जो डलिया और सूप बना रहे थे। उनका कहना था कि डलिया-सूप उन्होंने दो महीने से बनाकर रखा हुआ था। तैयार किया गया सभी माल 25 और 26 तक निकल गया है। बड़े-बड़े व्यापारी लेकर जा चुके है। उन्होंने एडवांस बुकिंग करा रखी थी। छठ के मद्देनजर अच्छा-खास ऑर्डर एक परिवार के लोग को मिला था। एक महिला ने एक महीने में कम से कम 12 हजार तक इनकम किया है।
ऑनलाइन पर भी ब्रिकी अच्छी
बांस के प्रोडक्ट तैयार करके मार्केट में सेल करने वाली चांदनी बताती हैं कि पहले जो उत्पाद तैयार होते थे उसके लिए बाजार उपलब्ध न होने से इन्हें औने-पौने दाम में बेचना पड़ता था। ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजन पर इसका विवरण उपलब्ध हुआ तो अच्छा दाम भी मिलने लगा है। ऑनलाइन दिल्ली, मुबंई, वाराणसी, लखनऊ से सबसे ज्यादा ऑर्डर मिलता है। एक व्यक्ति एक महीने में 10 से 12 हजार आराम से काम लेता है। इस काम में ज्यादातर घरों की महिलाएं शामिल हैं।
पहले से दो-ढाई गुना तक आय छठ पर्व पर बढ़ गयी है। कुछ पुरुष अपना छोटा-मोटा काम छोड़कर इसी काम में जुटे हुये है। पर्व के मद्देनजर हर किसी व्यापारी को समय पर माल चाहिए। तभी वह मार्केट में बेच पाएगा। सभी लोग अपना माल ले चुके हैं।
आयशा बेगम
इस त्योहार पर बिक्री अच्छी होने से सभी घरों के लोगों को रोजगार मिल गया है। ऑर्डर की जल्दी सप्लाई करने के लिए परिवार का हर सदस्य डलिया-सूप बनाने में जुटा हुआ था। आज भी काफी ऑर्डर गया है। 90 रुपये से लेकर छह-सात सौ रुपये तक की डलिया है। लोग खरीद भी रहे हैं।
फातिमा बीबी
छठ पर अच्छी खासी कमाई हुई है। ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी ब्रिकी हो रही है। ऑर्डर की ज्यादातर डिलीवरी कारोबारी खुद आकर ले जाते है। कुछ को पार्सल के माध्यम से भेजा जाता है। इस पर्व को देखते हुये ज्यादातर लोगों ने एडवांस बुकिंग कर रखे थे।
गुडिया
सबसे कम आमदनी बरसात के समय पर होती है। उस समय बांस के प्रोडक्ट सूखने से लेकर बनाने तक में दिक्कत आती है। इस दीपावली व छठ पर अच्छा व्यापार हुआ है। अगस्त माह से ही बड़े दुकानदारों व व्यापारियों ने ऑर्डर बुक करा दिया था। इसलिए समय के साथ माल अच्छा-खासा तैयार हो गया।
शकील
80 से अधिक डलिया व सूप एक महिला ने किया है तैयार
120 छोटी टोकरी एक परिवार ने किया तैयार
12 हजार से अधिक एक महिला ने एक महीने में कमाए
03 महीने से डलिया व सूप बना रही थी महिलाएं
04 हजार रुपये के करीब एक परिवार दस दिन में ऑनलाइन से कमा लेता है
15 हजार रुपये के करीब दीपावली पर्व के समय शिल्प प्रदर्शनियों से हुई कमाई