लोगों की चिंता का सबब बनी ग्रामीण बैंकों की कनेक्टिविटी
सीटीएस सिस्टम में फिट नहीं हो पा रहे गांव के बैंक
ALLAHABAD: नोट बंदी के बाद डिजिटल मनी को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन इस मुहिम में ग्रामीण बैंकों की खस्ता हालत ही सबसे बड़ी रुकावट बन रही है। हालत ये है कि खाते में पर्याप्त बैलेंस होने के बावजूद चेक बाउंस होकर वापस लौट रहे हैं। इसका सीधा कनेक्शन बैंकों की कनेक्टिविटी प्रॉब्लम से है।
चेक से भुगतान मजबूरी
नवंबर के पहले लोग अधिकतर भुगतान कैश में करना पसंद करते थे, लेकिन नोट बंदी के बाद से 24 हजार से अधिक का भुगतान चेक के जरिए करना मजबूरी हो गई है। ऐसे में जिन लोगों का खाता ग्रामीण बैंकों में है, उनको भुगतान करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से इन बैंकों की इंटरनेट कनेक्टिविटी गड़बड़ होने की वजह से लगातार चेक बाउंस हो रहे हैं। बीच-बीच में सर्वर ठीक काम करने के बाद अचानक मामला फिर पटरी से उतर जा रहा है।
चेक लेने में आनाकानी
कुछ साल पहले बैंकों में चेकों का भुगतान सीटीएस यानी चेक ट्रंकेशन सिस्टम के जरिए किया जाने लगा। इसमें चेक की इमेज फाइल आरबीआई जाती है और फिर वहां के थ्रू क्लीयरिंग होती है। फ्रंट स्टेज के बैंक सीटीएस प्रणाली के जरिए मेंबर हैं लेकिन ग्रामीण बैंक सब मेंबर में शामिल है। इसके अलावा ई बैंकिंग में अंचल के बैंकों की हालत किसी से छिपी नही है। यही कारण है कि इनके ग्राहकों को चेक क्लीयर होने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं।
एक सप्ताह ठप रही कनेक्टिविटी
आठ दिसंबर से लेकर 14 दिसंबर के बीच ग्रामीण बैंकों की कनेक्टिविटी में सर्वाधिक परेशानी लोगों को फेस करनी पड़ी थी। इलाहाबाद बैंक, पीएनबी, एसबीआई, बीओबी, एचडीएफसी समेत कई बैंकों में क्लीयरिंग के लिए लगाए गए ग्रामीण बैंकों के चेक बाउंस हो गए। इससे सबसे ज्यादा नुकसान जिनके यहां शादी-समारोह था या व्यापारियों को हुआ। उनके तमाम भुगतान पलक झपकते फंस गए। एक ही चेक दो-दो बार बाउंस हो गए। मजबूरी में इन बैंकों को ग्रामीण बैंकों से बातचीत शुरू करनी पड़ी। ऐसे ही हालात शहर के डाकघरों के भी थे। नोट बंदी की शुरुआत में यहां के चेक भी कनेक्टिविटी फेल्योर का शिकार हो गए थे। तब एसबीआई को कमान संभालनी पड़ी थी।
सीटीएस सिस्टम में ग्रामीण बैंक फिट नही हो पा रहे हैं। इनकी कनेक्टिविटी स्ट्रांग नहीं होने से इनके चेक की क्लीयरेंस में लगातार दिक्कतें सामने आ रही हैं।
अश्वनी तिवारी, अध्यक्ष आफिसर्स एसोसिएशन पीएनबी
बीच-बीच में ग्रामीण बैंकों की कनेक्टिविटी फेल होने से चेक बाउंस होने की प्रॉब्लम सामने आ रही है। इसे लेकर बैंकों से बातचीत जारी है। सर्वर शुरू होने पर ही चेक लगाए जा रहे हैं।
नारायन ताताचारी, एजीएम, इलाहाबाद बैंक
ग्रामीण बैंकों के चेक क्लीयर नही होने से व्यापार प्रभावित हो रहा है। हमने तो ग्राहकों से इन बैंकों का चेक लेना बंद कर दिया है। इसे लेकर बैंकों के चक्कर भी लगाने पड़ रहे हैं।
परमजीत सिंह, दवा व्यापारी