'एम वाहन एप' से कराएं फिटनेस जांच
जिले में वाहनों की संख्या
1008252
दोपहिया वाहन
232321
कार व जीप
9281
आटो व ई-रिक्शा
11326
बड़ी व भारी वाहन
- वाहन का फोटो खींचने के बाद होगा अपलोड, तब जारी होगा फिटनेस सर्टिफिकेट
- यह नई व्यवस्था तीन फरवरी से हो जाएगा शुरू
क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व: जिले में अब चारपहिया वाहनों के फिटनेस की जांच भी एम वाहन एप से ऑनलाइन होगी। इससे अधिकारी और कर्मचारी मनमानी नहीं कर सकेंगे। नई व्यवस्था के तहत वाहन का फोटो खींचा जाएगा। फोटो अपलोड होने के बाद ही फिटनेस सíटफिकेट जारी हो सकेगा। यह नई व्यवस्था तीन फरवरी से शुरू हो जाएगी। इस बात की जानकारी एआरटीओ प्रशासन डा। सियाराम वर्मा ने दी है।
कैंपस में वाहन को ले जाना होगा जरूरी
शासन ने एनआईसी के जरिये एम वाहन एप तैयार किया है। परिवहन विभाग की ओर से तीन फरवरी से जिले में एम वाहन एप से वाहनों की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। आरटीओ कैंपस के पांच सौ मीटर के दायरे में वाहनों के फिटनेस की जांच की जाएगी। इसमें वाहनों को मौके पर ले जाना अनिवार्य होगा। वाहनों को देखने और एप पर लाइव तस्वीरें लोड करने के बाद ही संबंधित अधिकारी और कर्मचारी फिटनेस सíटफिकेट जारी कर सकेंगे। किसी भी वाहन के फिटनेस के लिए स्लाट बुक करना होगा। इसके बाद तय तिथि पर वाहन स्वामी को अपना वाहन आरटीओ कैंपस ले जाना होगा।
ऐसे होगी प्रक्रिया
- वाहन के चेसिस नंबर, रिफ्लेक्टर की तस्वीरें होंगी अपलोड
- जांचकर्ता एम वाहन एप पर वाहन की पूरी तस्वीर, चेसिस नंबर, आगे और पीछे की सभी लाइट, हाई सिक्योरिटी नंबर लोड और रिफ्लेक्टर सहित निर्धारित छह बिंदुओं की लाइव तस्वीर लोड करेंगे।
- तस्वीर लोड होने के बाद ही जांच की आगे की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।
- चिन्हित किए गए स्थान से पांच सौ मीटर की रेंज में एप कार्य करेगा
- इस रेंज में वाहन के आते ही एप एक्टिव हो जाएगा, इससे आरआई को पता चल जाएगा की वाहन चिन्हित किए गए स्थान के पास आ गया है
- आरआई मौके पर जाएंगे और वाहन का फोटो खींचेंगे, फिर आगे की प्रक्रिया शुरू होगी
पायलट प्रोजेक्ट के तहत एम वाहन एप से वाहनों की फिटनेस जांच की प्रक्रिया तीन फरवरी से शुरू होगा। इससे व्यवस्था पारदर्शी बनेगी। प्रक्रिया भी सरल हो जाएगी।
- डा। सियाराम वर्मा, एआरटीओ प्रशासन