प्रयागराज (ब्‍यूरो)। खाद्य प्रतिष्ठानों की गुणवत्ता और साफ सफाई में सुधार के लिए हाइजीन रैंकिंग की शुरुआत की गई है। कई मानकों के आधार यह रैंकिंग जारी की जाती है। थर्ड पार्टी द्वारा रैंकिंग को आडिट किया जाता है। इसके बाद स्टार जारी किए जाते हैं। होटल, रेस्टोरेंट या मिठाई की दुकानों की रैंकिंग तय करने के दौरान कई मानक देखे जाते है, जो इस प्रकार है
इस्तेमाल होने वाले पानी की एनएबीएल लैब से जांच कराना। प्रतिष्ठान में कीड़े-मकौड़ों से निपटने के लिए पेस्ट कंट्रोल है या नही। बेसिक सावधानी बरतने के लिए कर्मचारियों की फास्ट टैग ट्रेनिंग हुई है या नही। स्टाफ को कोविड वैक्सीनेशन पूरा हुआ है या नही। परिसर की साफ सफाई या काउंटर का रखरखाव कैसा है। प्रतिष्ठान द्वारा खरीदे जाने वाला कच्चा माल किसी पक्की बिलिंग है या नही। ग्राहकों की बिलिंग पक्की हो रही है या नही।

31 मार्च तक सौ के आडिट का लक्ष्य
एफएसएसएआई की ओर से खाद्य सुरक्षा विभाग को 31 मार्च से पहले सौ प्रतिष्ठानों की हाइजीन रैंकिंग जारी करने का लक्ष्य दिया गया है। इसमें से तीस से अधिक का आडिट किया जा चुका है। तीस प्रतिष्ठानों की रैंकिंग भी जारी कर दी गई है। इनमें एसी फूड प्लाजा, निराला स्वीट हाउस, द लीजेंड होटल, श्री सैनिक स्वीट्स, जहान किचन, कामधेनु स्वीट्स, नैन्सी इंटरप्राइजेज, मां शुभायायी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, डोमिनोज पिज्जा, हीरा हलवाई एंड संस, पैराडाइज, ग्रांड कांटीनेंटल आदि शामिल हैं। इन सभी को मानको के अनुरूप थर्ड पार्टी ने इंस्पेक्शन कर रैंक जारी की है।

खुद डिस्प्ले करेंगे संस्थान
ऐसा नही है कि यह हाइजीन रैंकिंग केवल प्रतिष्ठानों को पता होगी। नियमों के मुताबिक प्रतिष्ठानों को इसे अपने एंट्री प्वाइंट पर डिस्प्ले करना होगा। जिससे पब्लिक को पता होगा कि प्रतिष्ठान की हाइजीन की व्यवस्था किस लेवल की है। इसके अलावा जल्द ही एफएसएसएआई अपने पोर्टल पर भी डिस्प्ले करने जा रहा है। ऐसे में लोग अपने घर पर बैठकर अपने शहर के खाद्य प्रतिष्ठानों की हाइजीन रैंकिंग पता कर सकेंगे।

निर्धारित किए गए रेट
जिन प्रतिष्ठानों का आडिट होना है उनको एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित एजेंसी को निश्चित फीस देनी होती है। अगर प्रतिष्ठान में स्टाफ की संख्या 25 से कम है तो 2500 रुपए प्लस जीएसटी देना होता है। अगर 25 से ज्यादा है तो 5000 रुपए प्लस जीएसटी देना होगा। यह निर्धारित शुल्क है। नेक्स्ट फाइनेंशियल ईयर से हाइजीन रैंकिंग वाले प्रतिष्ठानों की संख्या बढ़ा दी जाएगी।

अभी तक तीस प्रतिष्ठानों की रैंकिंग हो चकी है। मार्च तक सौ का लक्ष्य पूरा करना है। इससे होटल, रेस्टोरेंट और मिठाई दुकानों की गुणवत्ता में पारदर्शिता बनी रहेगी।
केके त्रिपाठी सीएफएसओ खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज

भोग कार्यक्रम, फास्ट टैग ट्रेनिंग के साथ हाइजीन रैंकिंग भी दी जा रही है। एफएसएसआई की यह बड़ी मुहिम है। इससे आम जनता को काफी राहत मिलेगी।
संजय पांडेय एसीएफ, खाद्य सुरक्षा विभाग प्रयागराज