शिकायतें प्राप्त होने पर एलर्ट हुआ स्वास्थ्य विभाग
बिहार से यूएसए तक की वेबसाइट से बनाए जा रहे फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र
प्रयागराज (ब्यूरो)। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का डेटा लीक होने और फर्जीवाड़े से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन को आईडी-पासवर्ड चेंज किए जाने का पत्र लिखा है। इसके साथ ही गुरुवार को नगर पंचायत विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग भी रखी गई है। जिसमें बताया जाएगा कि किस प्रकार से जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का पंजीकरण और रिपोर्टिंग करना है। अगर फर्जीवाड़े की सूचना मिले तो इससे तत्काल विभाग को सूचित करें। इसके अलावा सीएचसी-पीएचसी पर आवेदन का सत्यापन चार चरणों में किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
कैसे हो रहा है फर्जीवाड़ा
जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए कई फर्जी वेबसाइट चल रही हैं।
कोई वेबसाइट अमेरिका के पते पर तो कोई अंडमान निकोबार और बिहार के किसी व्यक्ति के पते पर रजिस्टर्ड हैं।
शिकायत हुई है कि जनसेवा केंद्र जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का झांसा देकर इन वेबसाइटों की मदद से फर्जी सर्टिफिकेट बना रहे हैं।
जनपद में सरकार की अधिकृत वेबसाइट के बजाय यूएस और बिहार के पते पर बनाई गईं फर्जी वेबसाइट से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं।
ऐसी शिकायतें सीधे शासन के पास पहुच रही हैं। जिस पर स्वास्थ्य विभाग को एलर्ट किया जा रहा है।
आठ फर्जी वेबसाइट चिह्नित कर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।
ऐसे करें प्रमाण पत्र के सत्यता की जांच
प्रमाणपत्र के बार कोड को स्कैन करने पर सरकार की अधिकृत वेबसाइट दिखाई देती है। साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र क्रमांक डी-2022 और जन्म प्रमाणपत्र क्रमांक बी-2022 भी दिखाई देता है। फर्जी प्रमाण पत्रों यह चीजें नहीं दिखाई देती है।
यह हैं फर्जी वेबसाइट
आठ में शामिल चार फर्जी वेबसाइट इस प्रकार हैं। अमेरिका के एरिजोना के पते पर पंजीकृत है। जबकि बिहार के पते पर अंडमान निकोबार के पते पर सहित अंबेडकर नगर के पते पर दर्ज वेबसाइट से ज्यादा प्रमाणपत्र बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा चार और फर्जी वेबसाइट को विभाग ने चिह्नित किया है। इन फर्जी वेबसाइटों से दो घंटे में प्रमाणपत्र जारी हो जाता है, जबकि एक माह के अंदर ही रिकार्ड हटा दिया जाता है। जिससे बाद में प्रमाण पत्र प्रमाणित नहीं हो पाता है।
हमारी ओर से नगर निगम को निर्देशित किया जाता है कि वह जल्द जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाएं। इसके अलावा सीएचसी-पीएचसी और नगर पंचायतों में भी प्रमाण पत्र बनते हैं। शासन के पास फर्जीवाड़े की शिकायत गई थी। हमनें एहतियात के तौर पर आईडी पासवर्ड बदलवाने की रिक्वेस्ट शासन से की है। संबंधित विभागों के साथ बैठक भी की जा रही है।
डॉ। अजय कुमार चौरसिया नोडल जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज