प्रयागराज (ब्यूरो)।महाकुंभ से पहले चौफटका से कालिंदीपुरम के बीच फोर लेन आरओबी बनकर तैयार होना है। लेकिन, इस आरओबी के साथ ही चौफटका से सूबेदारगंज तक जाने वाले फ्लाई ओवर के निर्माण को कैंसिल कर दिया गया है। इससे जनता को भविष्य में होने वाली राहत अब नहीं मिलेगी। सेतु निगम ने भविष्य में लाइट मेट्रो ट्रेन के संचालन रूट को देखते हुए यह निर्णय लिया है।

भविष्य में बनना है

बताया गया कि भविष्य में प्रयागराज में लाइट मेट्रो का आवागमन होना है। जिसके रूट में सूबेदारगंज पुल आ रहा था। जिसे तोडऩा पड़ता। इससे बचने के लिए इसके निर्माण को निरस्त कर दिया गया। इसकी लागत तीस करोड़ रुपए थी। अब इस रकम का उपयोग चौफटका से कालिंदीपुरम के बीच बनने वाले आरओबी में किया जाएगा। जिसकी लागत 250 करोड़ निर्धारित की गई है। सेतु निगम की माने तो एक सप्ताह के भीतर इस पुल को सेना की एनओसी मिलने की पूरी संभावना है। वही चौफटका पर जहां यह पुल समाप्त होगा वहां पर जीटी रोड पर एक गोल चौराहा यानी रोटरी का निर्माण होगा। जिसका चक्कर लगाकर लोग अपने गंतव्य की ओर जा सकेंगे।

एक नजर में लाइट मेट्रो

- प्रयागराज में लाइट मैट्रो का ट्रैक लगभग सात हजार करोड़ रुपये में तैयार किया जाएगा।

- लाइट मेट्रो का संचालन 35 किलोमीटर में होगा।

- इसके लिए 20 स्टेशन बनाया जाएगा।

- राइटस कंपनी को इसका डीपीआर तैयार करने का काम मिला है।

- लाइट मेट्रो का संचालन दो रूट पर किया जाएगा। पुरामुफ्ती से नैनी तक होगी जिसकी दूरी लगभग 18 किलो मीटर तक होगी। दूसरा फाफामऊ से झूंसी रूट पर लाइट मेट्रो का संचालन होगा। इसकी दूरी लगभग 17 किमी होगी। - दो किलोमीटर की दूरी पर एक स्टेशन बनेगा। 20 स्टेशन बनाने की तैयारी की जा रही है।

- लाइट मेट्रो का रूट लगभग सात हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जाएगा।

- लाइट मेट्रो का ट्रैक सड़क की ऊंचाई के अनुसार तैयार किया जाएगा। ऐसे में 200 से 225 करोड़ रुपये प्रति किलो मीटर खर्च आएगा।

- लाइट मेट्रो के लिए एक रूट पर प्रति घंटा आठ से 15 हजार यात्री होने चाहिए।

- आठ हजार से कम यात्रियों की संख्या होने से लाइट मेट्रो चलाई जाती है।

- 15 हजार से अधिक ट्रैफिक होने पर मेट्रो चलाई जाती है।

- पुरामुफ्ती, झूंसी, फाफामऊ से नैनी रूट पर लाइट मेट्रो संचालित होगी। इस रूट पर आठ हजार से अधिक और 15 हजार से कम ट्रैफिक होती है।

लाइट मेट्रो के रूट की वजह से सूबेदारगंज एफओबी के निर्माण को कैंसिल किया गया है। इसको बनाने का कारण सूबेदारगंज के ट्रैफिक को आसानी से कानपुर रोड तक लाना था। इस समस्या के समाधान के लिए चौफटका पर गोल चौराहे का निर्माण किया जाएगा।

मनोज अग्रवाल, परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम