प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ से पहले शहर को जाम की समस्या से बचाने की कई कवायद चल रही हैं। इनमें शामिल परियोजनाओं में एक चौफटका आरओबी का काम जल्द शुरू होगा। क्योंकि एक सप्ताह में सेना से इस पुल को एनओसी मिलेगी। इसके लिए सेना ने हामी भी भर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जैसे ही एनओसी आएगी, हम पुल का काम शुरू करा देंगे। इस पुल के बन जाने के बाद कानपुर रोड से एयरपोर्ट जाने का रास्ता सुगम और सरल हो जाएगा।
करोड़ों की लागत से बनेगा पुल
284.21 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले चौफटका रेलवे पुल को महाकुंभ 2025 की बड़ी परियोजनाओं में गिना जा रहा है। क्षेत्र के लोगों को इसका लंबे समय से इंतजार था। पूर्व में जब इस पुल की घोषणा हुई तो लोगों ने खुशी जाहिर की। लेकिन फिर बात सेना की एनओसी को लेकर फंस गई, जो अब मिलने जा रही है। बता दें कि सेना की 1.41 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का पेंच लंबे समय से फंसा हुआ था। जिसको लेकर चौफटका पुल निर्माण का रूट तक बदला गया था। लेकिन इस रूट में कई लोगों के मकान जद में आ रहे थे। जिसके बाद लोगों का विरोध शुरू हो गया था। वहीं बढ़ते विवाद को देखते हुए पुल के निर्माण को पुन: पुराने एलाइनमेंट पर ही करने का निर्णय लिया गया। अब इसका निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है।
इस तरह से लोगों को होगा फायदा
वर्तमान में कानपुर से आने वालों को एयरपोर्ट जाने के लिए पहले पानी की टंकी पुल क्रास करना पड़ता है। इसके बाद खुल्दाबाद और लूकरगंज, चकिया, राजरूपपुर होकर झलवा स्थित एयरपोर्ट रोड पर जाना होता है। इस दूरी को तय करने में ईंधन और समय दोनों खूब खर्च होते हैं। जाम की वजह से लोगों को टाइम भी लग जाता है। साथ ही एयरपोर्ट से कानपुर जाने वालों को भी यही परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन पुल के बनने के बाद यह परेशानी खत्म हो जाएगी। महज डेढ़ किमी पुल का सफर तय कर लोग फटाफट एयरपोर्ट चले जाएंगे। इस पुल के बन जाने से कौशांबी के बौद्ध और जैन स्थलों पर पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
सेना द्वारा एक सप्ताह के अंदर एनओसी देने की बात कही गई है। एनओसी मिलने के तुरंत बाद चौफटका सेतु का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा। इससे आम जनता को काफी लाभ मिलेगा। यह महाकुंभ की बड़ी परियोजनाओं में एक है।
मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम।