प्रयागराज (ब्यूरो)। सीसीटीवी कैमरा से लैस है बस
परिवहन निगम के नैनी स्थित डिपो में मंगलवार की शाम नौ कलेक्ट्रिक बसों की इंट्री हो गयी
छह और बसों के जल्द यहां पहुंचने की संभावना है। सभी बसों का कलर केसरिया है
इलेक्ट्रिक एसी बसें आवाज रहित होगीं। इससे ध्वनि प्रदूषण भी नहीं होगा।
लो फ्लोर यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगा है।
इन कैमरों के जरिए लखनऊ में बने कंट्रोल रूम से नजर रखी जाएगी।
ग्लोबल पोजिशिनिंग (जीपीएस) युक्त बसों की हर मूवमेंट की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी।
महिलाओं और दिव्यांगों के लिए बसों में विशेष व्यवस्था की गई है।
इसमें पैनिक बटन के साथ एडजेस्टेबल सीटें हैं।
बस में डेस्टिनेशन बोर्ड भी है।
बस सिर्फ 45 मिनट में चार्ज हो जाएगी।
एक बार चार्ज होने पर बस 120 किमी। दूरी तय करेंगी।

ऑनलाइन भुगतान की होगी सुविधा
प्रयागराज के अलग-अलग रूट का किराया भी तय हो गया है।
लखनऊ में लागू किये गये किलोमीटर के रेट से ही प्रयागराज में भी किराया वसूल किया जाएगा।
तीन किलोमीटर दूरी तक के लिए मुसाफिरों को पांच रुपये किराया देना होगा।
42 किलोमीटर दूरी तक की यात्रा के लिए 45 रुपये किराया लगेगा।
इलेक्ट्रिक बसों में ऑनलाइन माध्यमों से भी किराये का भुगतान किया जा सकेगा।
इसके लिए कंडक्टर के पास क्यूआर कोड होगा।
कोई भी यात्री अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन कर किराये का भुगतान कर सकेगा।
नकद भुगतान कर टिकट लेने की भी सुविधा होगी।

प्रस्तावित किराए की दर
दूरी किराया
03 किलोमीटर 05 रुपए
03 से 06 किलोमीट 10 रुपए
06 से 10 किलोमीटर 15 रुपए
10 से 14 किलोमीटर 20 रुपए
14 से 19 किलोमीटर 25 रुपए
19 से 24 किलोमीटर 30 रुपए
24 से 30 किलोमीटर 35 रुपए
30 से 36 किलोमीटर 40 रुपए
36 से 42 किलोमीटर 45 रुपए

जो बसें आ गई हैं, उनका रजिस्ट्रेशन कराया जाना है। चार्जिंग स्टेशन का काम पूरा होने के बाद बसों को चलाया जाएगा। चार्जिंग स्टेशन का अंतिम चरण में है।
टीकेएस बिसेन
आरएम, परिवहन निगम

पचास बसों का इंतजाम, दस करोड़ से अधिक का प्रोजेक्ट
ये बसें हरियाणा से पीएमआई कंपनी की ओर से भेजी गई हैं। प्रयागराज की हवा दूषित हो चुकी है। लोग विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे है। ऐसे में शहर के अंदर इलेक्ट्रिक बस चलाने पर ज्यादा जोर है। शहरी क्षेत्र में चलने वाले आटो रिक्शा सीएनजी में कन्वर्ट हो चुके है। यहां पर 50 इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग सुविधा व मेंटेनेंस का काम होगा। इसमें एक साथ 25 बसें चार्ज होंगी। चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए दस करोड़ रुपये से अधिक स्वीकृत है। कार्य उत्तर प्रदेश जल निगम के कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज व पीएमआई द्वारा कराया जा रहा है।

इलेक्ट्रिक बसों के शहर पहुंचने की खबर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट द्वारा मिलने पर हम शहरवासी काफी खुश है। बढ़ते पॉल्यूशन से छुटकारा मिलेगा। सुनने में आया है किराया भी न्यूनतम रखा गया है। आम पब्लिक की जेब पर भी भारी नहीं पड़ेगा।
शेरू पाल

सुरक्षा के लिहाज से देखा जाया। तो बसों में सीसीटीवी कैमरे तक लगे है। ऐसे में महिलाओं को सफर करना आसान और सुरक्षित भरा होगा।
रेखा सिंह

शहरवासियों का इंतजार खत्म होने वाला है। इन बसों के संचालन से शहर में पॉल्यूशन काम होगा। पूरे जितने भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट है। जो पॉल्यूशन फैलाना का काम कर रही है। उनको देखा जाये तो पूरी तरह से बंद करा देना चाहिए।
खुशबू मिश्रा