05 किमी है छात्राओं के लिए सेंटर होने की दूरी
10 किमी है छात्रों के लिए सेंटर का मानक
600 के करीब इस बार जिले में सेंटर को लेकर आई आपत्ति
- सेंटर के बाद दूरी को लेकर उठने वाले विवाद से बचने के लिए यूपी बोर्ड ने नये सत्र से बनाया प्लान
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PRAYAGRAJ: यूपी बोर्ड के सेंटर बनने के बाद से ही उसको लेकर आपत्तियां दर्ज होने लगती है। खासतौर पर सबसे ज्यादा आपत्तियां स्कूल से सेंटर की दूरी को लेकर होती है। सेंट्रलाइल्ड व्यवस्था के बाद बोर्ड में सबसे अधिक इसी को लेकर लोग आपत्तियां दर्ज कराते हैं। इस बार भी जिले में ही बड़ी संख्या में स्कूलों ने सेंटर की मानक से अधिक दूरी को लेकर आपत्तियां दर्ज करायी है। हालत ये रही कि सेंटर्स से दो गुना आपत्तियां दर्ज करायी गई। ऐसे में यूपी बोर्ड ने इस समस्या से बचने के लिए प्लानिंग शुरू कर दी है। जिससे नेक्स्ट इयर से इस दिक्कत को हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाए।
स्कूल लोकेशन के साथ अपलोड करनी होगी फोटो
- बोर्ड ने इस समस्या को खत्म करने के लिए नया प्लान बनाया है। जिसके अन्तर्गत स्कूल प्रिंसिपल को कैंपस के अंदर खड़े होकर लोकेशन भेजने के साथ ही तत्काल स्कूल के सामने खड़े होकर अपनी फोटो को भी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। - - जिसके बाद लोकेशन भेजने में होने वाली गड़बड़ी दूर हो जाएगी।
- यूपी बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक स्कूल प्रिंसिपल बोर्ड की तरफ से स्कूल की लोकेशन मांगने पर कहीं से भी बोर्ड की वेबसाइट पर लॉगइन करके लोकेशन भेज देते थे। जिसके कारण सबसे अधिक दिक्कत इस बारे में आती थी। नई व्यवस्था लागू होने के बाद ये दिक्कत हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। क्योकि प्रिंसिपल को कैंपस में खड़े होकर लोकेशन भेजने के तुरंत बाद ही स्कूल के बार खड़े होकर बिल्डिंग के साथ अपनी फोटो भी अपलोड करनी होगी।
कोरोना ने टाल दी थी नई व्यवस्था
बोर्ड के अधिकारियों ने बताया इसी बार के बोर्ड एग्जाम से इस व्यवस्था को शुरू करने की प्लानिंग थी, लेकिन लास्ट इयर मार्च में शुरु हुए कोविड 19 के कारण इस बार इसको लागू नहीं किया जा सका। यहीं कारण था कि इस बार भी बड़ी संख्या में सेंटर्स की दूरी को लेकर आपत्तियां आयी थी। ऐसे में नए सेशन से ये दिक्कत दूर हो जाएगी।
- सेंटर की दूरी को दूर करने के लिए बोर्ड ने नया प्लान तैयार कर लिया है। नए सेशन से इसको लागू कर दिया जाएगा।
दिव्यकांत शुक्ल
सचिव, यूपी बोर्ड