- मसीही समुदाय के लोगों ने पूर्वजों की कब्र पर चढ़ाए फूल, श्रद्धा- सुमन अर्पित किए

- ईस्टर पर चर्चो में हुई विशेष प्रार्थनाएं, प्रभु के संदेशों को बतलाया

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PRAYAGRAJ: प्रभु यीशु के पुनर्जन्म की खुशी में संडे को ईस्टर मनाया गया। इस मौके पर मसीही समुदाय के लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्र पर जा कर फूल चढ़ाया और अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। ईस्टर के मौके पर चर्चो में विशेष प्रार्थना का आयोजन हुआ। इस अवसर पर बाइबिल का पाठ करके जनकल्याण की कामना की गई। राजापुर के म्योराबाद स्थित कब्रिस्तान में रविवार की सुबह से ही मसीही समुदाय के लोगों की भीड़ जुटने लगी। लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्रों की सफाई करके उसमें फूल चढ़ाकर मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना किया। वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने अपने पूर्वजों की स्मृति को यादगार बनाने के लिए फोटो भी खिंचवाया। डायोसिस ऑफ लखनऊ के सचिव पादरी प्रवीण मैसी ने कब्रिस्तान में प्रार्थना करके प्रभु यीशु मसीह के पुन: जीवित होने का सभी को संदेश दिया।

ईस्टर पर फिर से जीवित हुए थे प्रभु यीशु

मसीही समुदाय की मान्यता के अनुसार दुनिया को प्रेम, अहिंसा और सद्भाव का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को गुड फ्राइडे के दिन क्रूस पर चढ़ा दिया गया था। इसके दो दिन बाद वह ईस्टर के मौके पर फिर से जीवित हुए थे। यीशु के पुन: जीवित होने की स्मृति में मसीही समुदाय के लोग ईस्टर का पर्व मनाते हैं। चर्चो में बिशप व पादरियों ने बाइबिल का पाठ करके मसीही समुदाय के लोगों को आराध्य यीशु मसीह का संदेश आत्मसात कराया। पत्थर गिरजाघर में डायोसिस ऑफ लखनऊ के बिशप डॉ। पीटर बलदेव ने बाइबिल का पाठ करके प्रभु के पुनर्जन्म लेने के बाद

दिए गए संदेश के बारे में बताया। बताया कि मानव का उद्धार करने के लिए यीशु मसीह जीवित हुए। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सबके हित में काम किया था। सेंट जोसफ चर्च में फादर हेराल्ड डिसूजा ने बाइबिल का पाठ किया। बताया कि यीशु ने प्रेम, करुणा, सेवा व समर्पण का संदेश दिया है। सेंट पीटर्स चर्च में पादरी प्रवीण मैसी, कटरा चर्च में पादरी मनीष जैदी, जमुना चर्च में पादरी एम। डिकोस्टा, सेंट जांस चर्च में पादरी विलियम प्रसाद, नैनी में पादरी जितेंद्रनाथ ने प्रार्थना कराकर ईस्टर का संदेश दिया।