प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि इस समय 15 से 18 साल के किशोरों का कोरोना वैक्सीनेशन किया जा रहा है। पहले दिन 1360 किशोरों को वैक्सीन लगाई गई है। माना जा रहा है कि जिले के चिंहित 4.70 लाख किशोर केंद्रों पर देर सबेर पहुंचेंगे। ऐसे में तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है। यही कारण है कि सरकार ने स्कूलों में वैक्सीनेशन का फैसला किया है। प्रशासन ने सभी स्कूलों से उनके यहां किशोरों की सूची मांगी है। इस सूची के आधार पर ही स्कूलों में वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जानी है।

प्रभाव देखने में नही लगाएंगे समय

शुरुआत में फैसला किया गया था कि किशोरों को वैक्सीन लगाने के बाद उन पर होने वाले असर को देखा जाएगा। लेकिन अब ऐसा नही किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि वैक्सीन का किशोरों पर भी कोई गलत प्रभाव नही होने वाला है। ऐसे में अब बिना समय लगाए उनका वैक्सीनेशन पूरा किया जाना है। इसके लिए टीमें बनाई जा रही हैं। यह टीमें स्कूलों में जाकर कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाएंगी।

सीबीएसई स्कूलों की सूची तैयार

स्कूलों में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत सीबीएसई के स्कूलों से की जा रही है। इनकी सूची स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार कर ली गई है। इनमें टीमों का गठन भी कर दिया गया है। इसके बाद यूपी बोर्ड और आईएससी बोर्ड के स्कूलों में भी कोरोना वैक्सीनेशन कराया जाएगा। बता दें कि किशोरों को को वैक्सीन की डोज लगाई जा रही है। इसकी दोनो डोज 28 दिन में पूरी हो जाएंगी। सरकार ने किशोरों के लिए कोविशील्ड लगाने की अनुमति नहीं दी है। उनके लिए को वैक्सीन को ही सेफ माना गया है।

गुरुवार से स्कूलों में कोरोना वैक्सीनेशन की शुुरुआत कर दी जाएगी। तेजी से अभियान चलाकर 15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीनेट किया जाना है। हमारे पास सीबीएसई के स्कूलों की सूची भी आ गई है।

डॉ। तीरथ लाल

एसीएमओ, वैक्सीनेशन प्रभारी स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज