लकडि़यों के रेट फिक्स होने के बावजूद वसूल रहा था ज्यादा रुपये, जांच में शिकायत सच साबित होने पर मुकदमा दर्ज

PRAYAGRAJ: कोरोना कॉल में इंसानियत के दुश्मन सिर्फ आक्सीजन और दवाएं ही नहीं चिता की लकड़ी तक की ब्लैक मार्केटिंग करने पर उतारू हैं। फाफामऊ घाट पर निर्धारित रेट से अधिक रुपये में चिता की लकड़ी बेचने की पब्लिक की शिकायत पर आरोपित श्रीधर मिश्रा के खिलाफ फाफामऊ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

आदत से बाज रहीं आ रहा सौदागर

फाफामऊ घाट निवासी गंगादीन का बेटा श्रीधर मिश्रा घाट पर चिता की लकड़ी बेचने का काम करता है। यहां कुछ और भी लकड़ी का टाल चलाते हैं। कोरोना से मरने वालों की बॉडी जला रहे लोगों से सेटिंग कर इसके जरिए गमजदा लोगों से दस हजार से भी अधिक रुपये वसूले जा रहे थे। यह बात दैनिक जागरण आई- नेक्स्ट द्वारा उजागर किया गया तो जिला प्रशासन ने लकडि़यों के रेट निर्धारित कर दिया। फाफामऊ पुलिस ने बताया कि बावजूद इसके श्रीधर मिश्रा तय किए गए रेट से अधिक मूल्य पर लकडि़यां बेच रहा था। पब्लिक की शिकायत पर उसके खिलाफ धारा 151 के तहत केस दर्ज किया गया है।

श्रीधर मिश्रा की पब्लिक द्वारा बराबर शिकायतें मिल रही थीं कि वह निर्धारित रेट से अधिक दर पर चिता की लकडि़यां बेच रहा है। जांच में मामला सच साबित होने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

संतोष कुमार शुक्ला, प्रभारी निरीक्षक थाना फाफामऊ