अलकमा-सुरजीत हत्याकांड में प्रयुक्त कार कौशाम्बी से पुलिस ने की बरामद

PRAYAGRAJ: धूमनगंज के मरियाडीह में 2015 में अलकमा और सुरजीत हत्याकांड में प्रयुक्त कार को धूमनगंज पुलिस ने पांच साल बाद बरामद कर लिया है। सूत्रों की माने तो हत्या के बाद से कार को चोरी-छिपे तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था। सही दाम मिलने पर उसे कौशाम्बी जिले के एक व्यक्ति को एक साल पहले बेच दिया था। मुखबिर की सटीक सूचना मिलने पर धूमनगंज पुलिस ने चíचत हत्याकाण्ड अलकमा-सुरजीत प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया है।

12 जून 2019 को फार्चूनर बेचा था

पुलिस के मुताबिक मरियाडीह हत्याकांड में प्रयुक्त अबूबकर पुत्र अनवर अहमद निवासी रसूलपुर काशीपुर महिरयाडीह की फार्चूनर कार जिसे अभियुक्त अबूबकर ने 12 जून 2019 को कौशाम्बी के टिकरी गांव निवासी अजय पाण्डेय को बेच दिया था। हत्या में प्रयुक्त वाहन को पुलिस की नजरों से बचाकर प्रयोग किया जा रहा था। जिसे पुलिस ने गुरूवार को अजय पाण्डेय के घर के पास से बरामद कर लिया है। उक्त चíचत हत्याकाण्ड के अभियुक्त आबिद प्रधान द्वारा खुद हत्याकांड को अपने सहयोगियो के साथ अंजाम दिया था।

25 सिंतबर 2015 को हुई थी हत्या

25 सितंबर 2015 को दिनदहाड़े अलकमा एवं सुरजीत को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। वादी मो। आबिद ने तहरीर दर्ज करायी थी कि फरहान के लाल बिहारा वाले घर से उसकी चचेरी बहन अलकमा को ड्राइवर सुरजीत मरियाडीह गांव पहुंचाने गया था। जहां पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। दुबारा विवेचना में अतीक अहमद, अशरफ आबिद अकबर और फरहान पर हत्या का आरोप लगा था।