प्रयागराज (ब्यूरो)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब व वाट्सएप पर रोजगार का मुद्दा मजबूती से उठाया गया। प्रदेश में 5 लाख से ज्यादा रिक्त पदों को भरने, गरिमापूर्ण रोजगार की गारंटी के मुद्दे पर प्रयागराज से लखनऊ समेत प्रदेश भर में महीनों तक अनवरत जारी रहे रोजगार आंदोलन की खबरें, वीडियो, फोटो को सोशल मीडिया में शेयर कर रोजगार के लिए आवाज बुलंद की गई साथ ही योगी सरकार की युवा विरोधी-रोजगार विरोधी नीतियों की मुखालफत की गई। युवाओं ने ऐलान किया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रोजगार के सवाल को चुनावी मुद्दा बनाया जायेगा, जिससे रोजगार का सवाल राजनीतिक विमर्श में स्थापित हो और देश का प्रमुख मुद्दा बन सके।
राजनीतिक दलों से मांगा रोजगार का ब्लूप्रिंट
युवाओं ने विपक्षी दलों से पूछा कि रोजगार के सवाल को हल करने के लिए उनके पास ब्लूप्रिंट क्या है। खासतौर पर अखिलेश यादव द्वारा इस मुद्दे पर ठोस कुछ न बोलने पर हैरानी जताई। कहा कि अखिलेश यादव को युवाओं के ज्वलंत मुद्दों को हल करने के लिए कार्यक्रम व नीति पेश करना चाहिए। खासतौर पर सालों से रोजगार के लिए आंदोलन कर रहे प्रदेश के युवा चाहते हैं कि विपक्षी दल स्पष्ट तौर पर घोषित करें कि प्रदेश में सरकारी विभागों में 5 लाख से ज्यादा रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार गठन के 1 महीने के भीतर चयन प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और 1 साल के अंदर नियुक्ति तक की प्रक्रिया संपन्न की जायेगी। आज के सोशल मीडिया कैंपेन में प्रदेश के तमाम जनपदों के युवा मंच के पदाधिकारियों व छात्रों ने हिस्सा लिया। इसमें प्रमुख रूप से युवा मंच संयोजक राजेश सचान, अध्यक्ष अनिल सिंह, आजमगढ़ से जय प्रकाश यादव, संत कबीर नगर से वागीशधर राय, लखनऊ से आशीष चौधरी, शामली से कुलदीप कुमार, चंदौली से आलोक राय, आगरा से प्रशांत सागर व हरिओम चौहान, प्रतापगढ़ से प्रभाकर मिश्रा व सचिन गौतम, सुल्तानपुर से संतोष शुक्ला, प्रयागराज से बीएल यादव, अतुल तिवारी, अनंत प्रताप सिंह, शीतला ओझा, रवि प्रकाश, ईशान समेत हजार छात्रों ने सोशल मीडिया कैंपेन में हिस्सा लिया।