प्रयागराज (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने 'टेंशन दे रहे लटकते तारÓ की समस्या को लेकर खास अभियान की शुरुआत की है। अभियान के दूसरे दिन रिपोर्टर ने कटरा मार्केट पहुंच वहां का जायजा लेते हुए कई व्यापारियों से बातचीत की। इस दौरान व्यापारियों की बिजली संबंधित समस्याएं सामने निकलकर आईं। मनमोहन पार्क से लेकर लक्ष्मी टाकीज तक दो उपकेंद्रों के कनेक्शन क्षेत्र में दौड़ रहे है। एक म्योहॉल तो दूसरा टैगोर टाउन का। इस मार्केट में लगभग सैंकड़ों दुकानें शामिल हैं। दुकानदारों का कहना है कि कब किस कनेक्शन में फाल्ट या फिर लो वोल्टेज हो जाए यह कहा नहीं जा सकता। बिजली न रहने से दुकान पर आने वाले ग्राहकों को चीजें नहीं दिखा सकते। इसलिए जरूरत पडऩे पर दूसरे उपकेंद्र से जुड़े कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं। ताकि दुकान में अंधेरा न हो। हालांकि बिल दोनों कनेक्शन का जमा करते हैं।

आईपीडीएस का काम अधूरा
जेई राम कृष्ण गुप्ता का दावा है कि इस क्षेत्र में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लगभग काम हुआ है। इससे पहले आईपीडीएस योजना के तहत भी काम हुआ है। लेकिन क्षेत्र में अधूरा है। कनेक्शन
म्योहॉल डिवीजन से संबंधित कटरा क्षेत्र के एसडीओ आरके रॉय को नहीं पता है कि उनके इस मार्केट क्षेत्र में कितने कनेक्शन और कितना लोड है। रिपोर्टर द्वारा बार-बार सवाल करने पर जेई राम कृष्ण गुप्ता का नंबर दिया गया। जेई ने बताया कि उनके क्षेत्र में चार हजार के करीब कनेक्शन है। मार्केट में एक अंदाजा डेढ सौ कनेक्शन होना चाहिए। बाकि टैगोर टाउन उपकेंद्र का है। टैगोर टाउन के एसडीओ ईडी मिश्रा ने बताया कि उनके उपकेंद्र से संबंधित इस मार्केट में साढे तीन हजार के आसपास कनेक्शन है। जबकि कटरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रमोद अरोरा बताते है कि इस मार्केट में साढे सात सौ के करीब दुकानें है। दो हजार से अधिक मकान होंगे।

खाली खंभे कर रहे परेशान
व्यापारी विनायक कपूर बताते हैं कि इस मार्केट क्षेत्र में हर दूसरी दुकान के बाहर बिजली विभाग का खाली खंभा लगा हुआ है। जिसपर तमाम कंपनियों के तार लिपटे हुये है। कुछ खंभों पर तो बिजली विभाग का तार उनके तारों से लिपटा हुआ है। हल्की से हवा चलते ही केबल में फाल्ट आना आम हो गया है। गली में बने घरों के बाहर से तार छूते हुये कई जगहों से जा रहा है। वहीं लक्ष्मी टाकीज से एसएसपी ऑफिस रोड पर तार खुले हुये है।

दिनभर में कितनी बार लाइट कट जाएं कोई गिनती नहीं है। चार बार से अधिक लाइट कटना तो तय है। हफ्ते में दो बार तो केबल में फाल्ट आ जाती है। इससे व्यापार पर सीधे असर पड़ता है।
कुलदीप जायसवाल, व्यापारी

लो वोल्टेज की समस्या है। लेकिन उतनी नहीं जितना दिनभर में कई बार लाइट कटती है। सड़क व जगह इतनी संकरी है कि जनरेटर रख पाना मुश्किल है। बड़ी गाड़ी जब भी रात में मॉल लेकर आती है। तो लटकते व झूलते तार टूट जाते है।
विकास चौरसिया, व्यापारी

दो कनेक्शन ले रखे है। एक कनेक्शन म्योहॉल तो दूसरा टैगोर टाउन उपकेंद्र का है। एक उपकेंद्र की लाइट कटती है तो दूसरे उपकेंद्र का ऑन हो जाता है। कस्टमर का भी ध्यान रखना होता है। व्यापार चौपट न हो जाए इसलिए कदम उठाया गया है। बिल दोनों कनेक्शन का जमा होता है।
मनोज अग्रवाल, व्यापारी

घरों की दीवार से छू कर तार जा रहे हैं। कोई देखने वाला तक नहीं है। मेन सड़क पर ही जब तार लटके और जर्जर मिलेंगे तो गलियों का हाल तो बुरा होगा ही। गलियों में बने घरों की छत से गुजर रहे तार हाथ से टच हो जाता है। इससे खतरा हमेशा बना रहता है।

मनीष मौर्या, स्थानीय