प्रयागराज (ब्यूरो)। सिविल लाइन्स बस अड्डे पर जितनी भीड़ अंदर थी, उसके अधिक सड़क नजर आई। यात्री पहले जाने वाली बसों में बैठने का प्रयास कर रहे थे। यही हाल ट्रेनों में देखने को मिला। सुबह दिल्ली से प्रयागराज एक्सप्रेस आई तो वीआईपी ट्रेन होने के बावजूद पूरी ट्रेन ठसाठस भरी रही और गेट के पास तक लोग बैठे नजर आए। ट्रेन से यात्रा कर रहे डा। डीएन मिश्रा ने बताया कि ट्रेन अपने निर्धारित समय पर पहुंची, लेकिन ट्रेन में बहुत अधिक भीड़ हो गई थी। लोग बोगी के रास्ते में खड़े होकर सफर कर रहे थे। एक साल बाद त्यौहार मनाया जा रहा है, ऐसे में हर कोई अपने घर पहुंचने की कोशिश में जहां भी जगह मिल रही थी, खडा होकर भी सफर करने को त्यौहार था।
तीन दिनों तक है अवकाश
दीपावली की छुट्टी पर घर जाने का क्रम पिछले तीन दिनों से तेज हो गया है। बुधवार की रात रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर भीड़ बढ़ती गई और रात में लोग खड़े होकर भी सफर करने का प्रयास कर रहे थे। बुधवार रात 1 बजे तक जौनपुर, आजमगढ़ रूट पर अधिक भीड़ रही। हालांकि दिल्ली से जिस तरह से भीड़ आने का अनुमान था, वह पूरा नहीं हुआ। लेकिन, अन्य रूटों की अपेक्षा सबसे अधिक भीड़ दिल्ली रूट की बसों में देखने को मिली। अवकाश होने के कारण बुधवार की रात के बाद गुरूवार को भोर में भीड़ बसों में नजर आई। हालांकि दिन के 10 बजते बजते धीरे धीरे सन्नाटा नजर आने लगा। अब अगले दो दिनों तक बसों और स्टेशन पर भीड़ कम ही नजर आयेगी। हालांकि जब वापसी का दौर शुरू होगा तो एक बार फिर से भीड़ बढेगी। इस दौरान कानपुर, लखनऊ, दिल्ली, फैजाबाद, वाराणसी, जौनपुर, मिर्जापुर, बांदा रूट पर भीड़ का औसत अच्छा रहा। शहर में रोडवेज की अतिरिक्त बसें लगाई थी, जिससे लोगों को काफी सहूलितयत। वाल्वो में सीटें पहले ही बुक थी, ऐसे में स्पेशल बसें ही लोगों का सहारा थी, भीड़ अधिक होने के चलते कुछ यात्रियों ने खड़े होकर भी सफर किया। प्रतापगढ़ और भदोही, बनारस रूट पर प्राइवेट बसों और वाहनों का भी खूब इस्तेमाल हुआ । दूसरी ओर प्राइवेट बस और टैक्सी संचालकों को भी त्यौहार पर अच्छी कमाई करने का मौका मिला। डग्मार निजी वाहन खराब व्यवस्थाओं के बावजूद फुल रहे और खड़े होकर लोग सफर करते रहे।
दी गई प्रोत्साहन राशि
शासन के आदेश के बाद दीपावली की ड्यूटी कर रहे संविदा चालक परिचालक और नियमित कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि भी बांटी गई। संविदाकर्मियों को दो-दो हजार रुपये व नियमित कर्मचारियों को पांच-पांच हजार रुपये दिए गए। इससे त्यौहार पर कर्मचारियों की भी खुशियां बढ़ गई। प्रोत्साहन राशि बांटते हुए अधिकारियों ने सभी कर्मचारियों को अपना दायित्व निभाने के लिए प्रेरित किया गया।
इस बार दिल्ली से आने वाली भीड़ में कमी रही। देर रात तक बस अड्डे पर मौजूद रहने के साथ भीड़ का आंकलन किया जाता रहा। 28 विशेष बस और 148 अतिरिक्त फेरों से लोगों को उनके गंत्वय तक पहुंचाया गया। रात साढ़े 12 बजे जौनपुर और आजमगढ़ के लिए भीड़ ही आई। बाकी रूटों पर अपेक्षाकृत भीड़ औसत रही। अगले दो दिनों तक अब भीड़ नहीं होगी। वापसी में होने वाली भीड़ के लिए भी तैयारियां चाकचौबंद हैं। कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि भी बांट दी गई है।
टीकेएस विशेन
क्षेत्रीय प्रबधंक