प्रयागराज ब्यूरो । संगम स्नान के बाद वापस घर लौट रहे गोण्डा से आए श्रद्धालुओं की प्राइवेट बस का अगला दोनों चक्का निकल कर बाहर आ गया। इससे बस डिवाइडर में टकरा कर पलट गई। हादसे में बस सवार करीब बीस लोगों को चोटें आईं। जबकि 36 वर्षीय कंडक्टर ननका का पांव टूट गया। हादसे के शिकार श्रद्धालुओं में चीखपुकार मच गई। परिजनों संग रहे छोटे बच्चे भी दहाड़मार कर रोने लगे। श्रद्धालुओं की आवाज और घटना को देखकर पास में ड्यूटी पर तैनात सेना के जवान दौड़ पड़े। खबर पाते ही फोर्स के साथ शिवकुटी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस के जरिए गंभीर रूप से घायलों को एसआरएन हॉस्पिटल ले जाया गया। जबकि एक दूसरी एम्बुलेंस से पहुंचे डॉक्टरों के द्वारा मौके पर ही जिन्हें हल्की चोटें आई थीं, उनका इलाज किया गया। इससे सिविल लाइंस लखनऊ हाईवे पर आउटर लेन पर भीषण जाम लग गया। गनीमत यह रही कि सभी घायल देर रात तक खतरे से बाहर बताए गए। घटना शहर के शिवकुटी थाना क्षेत्र स्थित नयापुरवा के पास कैंटोमेंट एरिया में शनिवार की रात करीब आठ बजे हुई।

करीब एक घंटे तक रोड पर लगा जाम
गोण्डा जिले के कटरा थाना क्षेत्र स्थित पूरे बहोरी व तिलका और रायपुर फकीरे गांव निवासी महिला पुरुष मिलाकर करीब 40 लोग माघी पूर्णिमा पर्व पर संगम स्नान का प्लान बनाए। प्लान के तहत संगम आने के लिए सभी लोग मिलकर गुड्डू नामक शख्स की प्राइवेट बस को बुक किए। चालक संदीप कुमार व कंडक्टर ननका बस में श्रद्धालुओं को लेकर शुक्रवार को गोण्डा से संगम क्षेत्र पहुंचा। परेड में बस को खड़ी करके सभी माघी पूर्णिमा पर संगम स्नान किए। इसके बाद बंधवा बड़े हनुमान जी का दर्शन किए। दर्शन के बाद मेला घूमे। पूर्व प्रधान पूरे बहोरी चुनमुन प्रसाद पासवान ने बताया कि देर शाम सभी बस में सवार होकर वापस घर लौट रहे थे। रात करीब आठ बजे श्रद्धालुओं को लेकर बस शिवकुटी एरिया स्थित नयापुरवा मोड़ के आगे कैंटोमेंट एरिया में पहुंची। यहां अचानक बस के आगे का दोनों पहिया निकल गया। पहिया निकलते ही बस रोड के बीच बने डिवाइडर से टकराते हुए बाईं ओर पलट गई। बस के पलटते ही उसमें सवार श्रद्धालुओं में चीखपुकार मच गई। छोटे बच्चे भी चोट लगने के कारण बिलखने लगे। उनकी आवाज सुनकर और हादसे को देख कैंटोमेंट क्षेत्र में ड्यूटी पर रहे सेना के जवान मदद के लिए दौड़ पड़े। जवान पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए। तब तक पुलिस फोर्स के साथ शिवकुटी थाना प्रभारी और एम्बुलेंस व डॉक्टरों की टीम भी जा पहुंची। बस में फंसे सभी घायलों को जवानों के द्वारा बाहर निकाला गया। घायलों में कंडक्टर ननका व वैधपति पत्नी मेवालाल निवासी पूरे बहोरी की हालत गंभीर दिखाई दी। इस पर इलाज के लिए उन्हें पुलिस के द्वारा बेली हॉस्पिटल ले जाया गया। इनमें कंडक्टर को डॉक्टरों एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। बताते हैं कि कंडक्टर का पांव टूट गया है, मगर वह खतरे से बाहर है। इस हादसे में प्रीती (20) के गले व हाथ में, उसके भाई किशन (05) को सिर में, पिता राम दयाल (50) के दाहिने हाथ में, सीता पति (55) को पैर में, रामबदल शुक्ला (60) निवासी तिलका मऊ थाना कटका को हाथ में, अनिरुद्ध प्रसाद तिवारी (60) निवासी रायपुर फकीरे को हाथ में, जटाशंकर (55) निवासी पूरे बहोरी के सिर में चोटें आई हैं। जबकि महिला व पुरुष और बच्चे मिलाकर करीब 12 से 13 लोग मामूलीरूप से जख्मी हुए। इस तरह घटना में लगभग 20 से 20 लोगों को चोटें आईं। गंभीर रूप से जख्मी कंडक्टर व एक महिला वैधपति को छोड़ सभी का मौके पर मरहम पट्टी के बाद डॉक्टरों के द्वारा छोड़ दिया गया। गनीमत रही कि इस हादसे में खबर लिखे जाने तक किसी के मौत नहीं हुई थी।

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गंगा मइया की कृपा से बस जान बच गई
हादसे के शिकार श्रद्धालुओं की जुबान पर एक एक ही बात थी। 'भाई गंगा मइया की कृपा से सभी की जान बच गई है। चोटें आई हैं तो इलाज के बाद सभी ठीक हो जाएंगे। गंगा मां में बड़ी शक्ति है.Ó हर कोई बस चालक संदीप को गलत ठहरा रहा था। हादसे के बाद चालक कहां है यह किसी को मालूम नहीं था। घायलों का कहना था कि उसे बस लेकर निकलने से पहले नट वोल्ट चेक करना चाहिए था। उसकी यही अनदेखी हादसे का कारण बन गई।

रोडवेज बस से भेजे गए श्रद्धालु
हादसे के बाद सुरक्षित श्रद्धालुओं को उनके घर गोण्डा भेजने के लिए रात करीब नौ बजे प्रशासन के द्वारा व्यवस्था की गई। बताया गया कि पुलिस अधिकारियों के द्वारा जिला प्रशासन से बात की गई। इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी गोण्डा रूट की रोडवेज बस का प्रबंध किए। इसी रोडवेज बस से सभी श्रद्धालुओं को प्रशासन के द्वारा गोण्डा भेजा गया। पुलिस व सेना के जवानों द्वारा की गई मदद व प्रशासन की सक्रियता को देखकर सभी श्रद्धालु उनकी सराहना करते नहीं थक रहे थे।

पहुंचे पार्षद ने बुलाया सफाई कर्मी
हादसे की वजह से रोड पर बस के टूटे हुए कई नुकीले शीशे पड़े हुए थे। यह देखकर इस रोड से लखनऊ की तरफ जाने वाले वाहनों के टायर पंक्चर होने व हादसे की आशंका जवान और मौजूद लोग जताने लगे। तब तक खबर सुनकर पहुंचे रसूलाबाद के पार्षद मुकुंद तिवारी के द्वारा रोड पर सफाई कराने के लिए रात में नगर निगम से सफाई कर्मियों की व्यवस्था कराई गई। इसके बाद सड़क पड़े कांच के टुकड़ों को साफ कराया गया।


हादसे में सभी लोग सुरक्षित हैं। बस कंडक्टर व एक महिला को ज्यादा चोट आई है, वह भी इलाज बाद खतरे से बाहर बताए गए हैं। हादसे की शिकार बस में सवार श्रद्धालुओं को गोण्डा पहुंचाने के लिए प्रशासन द्वारा रोडवेज बस की व्यवस्था की जा रही है।
संजय गुप्ता, थाना प्रभारी शिवकुटी