प्रयागराज (ब्‍यूरो)। दिन जल रहा है और रात धधक रही है। अब तो रात में भी पारा रिकार्ड बनाने पर लग गया है। गर्मी का आलम ये है कि न दिन में चैन है और न रात में आराम है। कूलर और पंखा बेअसर हो गए हैं। एसी वालों को राहत है मगर बिजली कटौती ने एसी वालों को भी परेशान करके रख दिया है। हाल फिलहाल, मौसम विज्ञानी भी मौसम का हाल देखकर औचक हैं। फिलहाल, मानसून के आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। बगैर मानसून आए राहत के आसार नहीं दिख रहे हैं।

रात का भी पारा चढ़ा
पिछले दो दिन से रात का भी पारा चढ़ा हुआ है। पिछले दिनों दिन में पारा पैंतालिस के आसपास रहने पर रात में तीस के आसपास जा जाता था, जिससे रात किसी तरह से गुजर जा रही थी, मगर पिछले दो दिनों से रात का भी पारा पैंतीस डिग्री के आसपास घूम रहा है। जिससे रात में लोगों की नींद गायब हो गई है। हाल ये है कि लोग रात भर जागकर छत पर घूमकर वक्त गुजार रहे हैं।

जल रहीं छत और दीवारें
लगातार पारे के चढ़े रहने से घरों की छत और दीवारें जलने लगी हैं। उन्हें ठंडा होने का मौका नहीं मिल रहा है। लगातार गर्मी की वजह से कूलर और पंखा का कोई असर नहीं रह गया है। दिन में सूरज के आसमान में चढऩे पर कूलर और पंखा बेसअर हो जा रहे हैं।

शरीर में दर्द की हो रही शिकायत
दिन में लोगों को पसीना ऐसे निकल रहा है, जैसे शरीर से पानी बह रहा है। लगातार पसीना निकलने की वजह से लोगों को शरीर में दर्द की शिकायत हो जा रही है। खान पान पर ध्यान देने के बाद भी लोगों को शरीर दर्द से निजात नहीं मिल पा रही है।

16 जून अधिकतम तापमान 47.6 न्यूनतम तापमान 35.2
17 जून अधिकतम तापमान 47.6 न्यूनतम तापमान 34.7

पछुआ हवाओं की वजह से रात में भी तापमान बढ़ जा रहा है। जब तक पुरवइया हवा नहीं आएगी, मौसम ऐसे ही बना रहेगा। मौसम के सख्त रुख का संकेत है कि मानसून अच्छा रहेगा, मगर इसके लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
प्रो.शैलेंद्र राय, मौसम विज्ञानी