प्रयागराज (ब्यूरो)। एक बिल्डर को 26 करोड़ की चपत दी गई है। आरोप सिविल लाइंस के एक परिवार पर है। मामला जमीन को लेकर है। बिल्डर ने परिवार से एक जमीन का सौदा किया। जिसके एवज में बिल्डर ने 26 करोड़ रुपये का भुगतान किया। मगर बाद में पता चला कि बिल्डर को जो कागजात दिखाए गए थे वह फर्जी थे। ये मामला कई साल से चल रहा है। आपसी बातचीत में मामला हल नहीं हुआ। जिस पर बिल्डर ने परिवार पर केस दर्ज कराया है। सिविल लाइंस पुलिस तहरीर के आधार पर केस दर्ज करके आरोपितों के खिलाफ जांच कर रही है।
बातचीत से नहीं सुलझा विवाद
ओजस जेमएडी बिल्डकान एण्ड प्रमोटर्स का आफिस सिविल लाइंस में ताशकंद मार्ग पर है। दर्ज केस के मुताबिक कंपनी के आफिस में लाडली टंडन बीस दिसंबर 2019 को आए। लाडली टंडन ने कंपनी के डायरेक्टर पंकज कुमार से मुलाकात की। लाडली टंडन ने बंगला नंबर आठ एडमांस्टन रोड साइट नंबर 121 को फ्री होल्ड कराकर बेचने की पेशकश की। इसके बाद कंपनी के डायरेक्टर हरिश्चंद मिश्रा और पंकज कुमार दूसरे दिन लाडली टंडन के बंगले पर गए। वहां पर उनकी मुलाकात लाडली टंडन और उनके परिवार के सदस्यों से हुई। परिवार ने नगर निगम का खसरा दिखाया। जिसमें भवन स्वामी के तौर पर लाडली टंडन का नाम दर्ज था। बंगले की लीजडीड में लाडली टंडन के अलावा अन्य नाम दर्ज थे। पूछने पर बताया गया कि यह नाम लाडली टंडन की बहनों के हैं। बहनों ने पावर ऑफ अटार्नी दे रखी है। जिससे लाडली टंडन को संपित्त बेचने का अधिकार है।
फ्रीहोल्ड नहीं थी जमीन
बातचीत के दौरान भवन को 48 करोड़ पचास लाख में बेचने का सौदा तय हो गया। परिवार ने दस करोड़ रुपये की डिमांड की, बाकी रकम फ्री होल्ड के समय और बैनामे के समय देने की बात तय हुई। डायरेक्टर हरिश्चंद्र मिश्र ने कंपनी के एकाउंट से लाडली टंडन को 24 दिसंबर 2019 को दस करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद फ्री होल्ड का डिमांड नोट जारी होने के बाद कंपनी ने कई बार में पंद्रह करोड़ बावन लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद बंगला फ्री होल्ड हो गया।
इकरारनामा में बदल दी धनराशि
आरोप है कि फ्री होल्ड होने के बाद परिवार ने इकरारनामा में दर्ज 48 करोड़ 50 लाख के स्थान पर 62 करोड़ पचास लाख रुपया कर दिया। इसके बाद परिवार ने एक करोड़ फिर मांगा। कंपनी ने इसका भुगतान कर दिया। मगर परिवार एन वक्त पर बंगले को रजिस्ट्री करने से मुकर गया। 29 फरवरी 2024 को डायरेक्टर हरिश्चंद मिश्रा और पंकज कुमार परिवार के पास मिलने पहुंचे। वहां पर इन दोनों से परिवार के लोग गालीगलौज करने लगे, मारपीट पर अमादा हो गए। परिवार ने रजिस्ट्री करने से इंकार कर दिया। जिस पर डायरेक्टर हरिश्चंद मिश्र ने लाडली टंडन, उनकी पत्नी वंदना टंडन, बेटे रोहित टंडन और बहू मोनिका टंडन के खिलाफ तहरीर दी। सिविल लाइंस पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया है।
बिल्डर ने तहरीर देकर एक परिवार पर 26 करोड़ बावन लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
रामाश्रय यादव इंस्पेक्टर सिविल लाइंस