- लूकरगंज एरिया में खराब है रोड की स्थिति

- लगातार बारिश से जगह-जगह हो गए हैं गड्ढे

- हर बार होती है मरम्मत फिर भी हालात जस के तस

प्रयागराज- इस साल हुई जोरदार बारिश ने शहर की तमाम सड़कों की मजबूती की पोल खोल दी है। हर जगह सिर्फ गड्ढा ही नजर आ रहा है। कुछ दिन पहले जिन सड़कों पर पैचवर्क किया था, वहां भी हालात में सुधार नही हुआ है। अब तो पब्लिक भी कहने लगी है कि सड़क को बनवाया जाए। बार-बार पैबंद लगाने का खास फायदा नही हो रहा है। बात हो रही लूकरगंज में बनर्जी चौराहे से मछली बार चौराहे के बीच की सड़क की। जहां डिवाइडर के दोनों रोड बुरी तरह से उखड़ गई है।

अंधेरे में नही दिखते गड्ढे

इस रोड पर महज 600 मीटर की दूरी पर अनगिनत गड्ढे हैं। इनको दबाने के लिए इनमें मिट्टी और गिट्टी डाली गई थी लेकिन बारिश में वह भी उखड़ गई है। मिट्टी बहने के बाद गिट्टी इधर उधर फैलने लगी है जो हादसों को दावत दे रही है। सबसे ज्यादा नुकसान यहां से गुजरने वालो का हो रहा है। जरा सी लापरवाही से गिरकर चोटिल हो जा रहे हैं।

यहां-यहां है रोड खराब

बनर्जी चौराहे से आगे पीपल पेड़ हनुमानजी की मूर्ति के सामने करीब बीस से तीस मीटर तक रोड खराब हो चुकी है। यहां पर भी पैचअप वर्क कराया गया था अब मुसीबत का कारण बन गया है। इसके आगे मुनव्वरशाह बाबा की मजार की क्रासिंग के आगे भी रोड खराब हो चुकी है। दूसरी तरफ वाली रोड पर गड्ढों की संख्या अधिक है। जहां पर सीवर लाइन के ढक्कर लगे हैं वहां लोगों के गिरने का डर बना रहता है।

आर्थिक चोट भी खाने को मजबूर

इस रोड पर लोगों को केवल शारीरिक चोट ही नही लग रही वह लोग आर्थिक चोट भी खाने को मजबूर हैं। उनके वाहन आए दिन खराब हो रहे हैं। किसी का बंपर गिर रहा है तो किसी का सॉकर लीक करने लगा है। टायर भी तेजी से घिसने लगे हैं। जिनके पास महंगी गाडि़यां हैँ वह इस रोड से निकलने के बजाय इधर उधर से निकलना पसंद करते हैं। अब लोग भी कहने लगे हैं कि सड़क की उच्च क्वालिटी की मरम्मत कराई जाए। इस तरह बार-बार मरम्मत कराकर केवल सरकारी पैसों की बंदर बांट हो रही है।

अक्सर इस रोड से होकर गुजरना पड़ता है। बनने के बाद यह कुछ दिन तक ठीक रहती है लेकिन फिर से गड्ढे हो जाते हैं। बारिश के मौसम में इस रोड पर चलना वाकई हादसे का कारण बन सकता है।

रमेश कुमार

इस तरह बार बार पैचअप वर्क कराकर पैसा बर्बाद करने से बेहतर होगा कि एक बार रोड का ढंग से मजबूती के साथ बनवा दिया जाए। इससे जनता को दिक्क नही होगी और सरकार धन का उपयोग भी हो जाएगा।

मुकेश यादव

बनने के बाद इस रोड की हालत कुछ दिन तक अच्छी रहती है लेकिन जैसे ही समय बीतता है, यहां पर फिर से गड्ढे दिखने लगते हैं। इससे वाहन में भी मरम्मत का काम बढ़ने लगा है।

सर्वेश कुमार

इस रोड पर आप स्पीड अधिक नही कर सकते हैं क्योंकि गड्ढे में गिरकर चोटिल होने का खतरा बना रहता है। गिट्टी भी जानलेवा है। अगर फिसलकर गिर गए तो कई जगह भयंकर चोट आ सकती है।

शुभम