-विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम ने स्पॉट पर पहुंचकर लिया क्राइम सीन
-डॉ। मुकुल सिंह को फॉच्र्यूनर कार में बैठाकर घटना वाले दिन की स्थिति का लिया डेमो
ALLAHABAD: भदोही निवासी व बसपा नेता राजेश यादव हत्याकांड का क्राइम सीन मंगलवार को फिर से दोहराया गया। मंगलवार को लखनऊ से शहर पहुंची, विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ के डिप्टी डायरेक्टर एके श्रीवास्तव, वरिष्ठ वैज्ञानिक अजय शुक्ला, बैलिस्टिक एक्सपर्ट अतुल त्रिपाठी, इलाहाबाद के बृजेश भारती और मनीषा सिंह की टीम दोपहर करीब तीन बजे ताराचंद हॉस्टल पहुंचे। इस दौरान तमाम परीक्षण किए गए।
राजेश की कार का किया निरीक्षण
विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम सबसे पहले कर्नलगंज थाने के बाहर खड़ी राजेश की फॉच्र्यूनर कार का टेक्निकल मुआयना किया। इस दौरान राजेश की पत्नी मोनिका और उसके अन्य रिश्तेदार मौजूद थे। टीम ने पत्नी व उनके रिश्तेदारों से भी इस बीच पूछताछ की और फिर सभी बिंदुओं पर बारीकी से छानबीन की। टेक्निकल जांच और आरोपी डॉक्टर से सवाल जवाब में करीब चार घंटे लगे। इस दौरान टीम मेंबर्स ने गाड़ी को हर एंगल से देखा। गोली किधर से चली और किस एंगल पर राजेश थे। डॉ। मुकुल सिंह किस स्थिति में बैठे थे इन सभी बिंदुओं पर जांच-पड़ताल की गई।
ऐसे क्रिएट किया क्राइम सीन
-थाने पर कार की पड़ताल करने के बाद लखनऊ से आई फोरेंसिक टीम के सभी मेबर्स पुलिस अधिकारियों के साथ घटना स्थल पर पहुंची।
-मृतक राजेश यादव की कार को उस दिशा में खड़ा किया गया, जिस तरह घटना के दिन कार थी। ड्राइविंग सीट पर राजेश के रिश्तेदार को और दूसरी सीट पर डॉ। मुकुल सिंह को बैठाया गया।
-सीन के मुताबिक पहली फायरिंग राजेश की तरफ से की जाती है।
-इसके बाद एक दरोगा को हत्यारोपी दिखाते हुए राजेश की तरफ पिस्टल तानकर फायरिंग का डेमो किया गया।
-गोली लगते ही यह जांचा गया कि राजेश 40 कदम दूर तक कार कैसे चलाई थी।
-इसके बाद डॉ। मुकुल ने दूसरी सीट पर बैठकर स्टेयरिंग संभाली और गाड़ी चलाकर बालसन चौराहे तक ले गए।
मृतक के बेटे का दावा
हालांकि राजेश के बेटे का कहना था कि गाड़ी ऑटोमेटिक है और बिना ड्राइविंग सीट पर बैठे वह रुक नहीं सकती। लेकिन गोली मारे जाने के बाद गाड़ी रुकी थी। फोरेंसिक टीम ने इस बात को तकनीकी दृष्टि से भी जांचा।
सभी साक्ष्यों को बारीकी से देखा
कर्नलगंज सीओ आलोक मिश्रा और इंस्पेक्टर अवधेश प्रताप सिंह ने प्रयोगशाला के विशेषज्ञों को राज नर्सिग होम, विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में लगे सभी सीसीटीवी फुटेज व संबंधित वीडियो उपलब्ध कराया। इसे टीम ने साक्ष्य के तौर पर अपने पास रख लिया। मृतक राजेश और आरोपी डॉ। मुकुल के खून से लथपथ कपड़े को भी टीम ने बतौर साक्ष्य लिया है।
पत्नी बोली, डॉक्टर ने हॉस्पिटल में मारा
इस दौरान एक हैरान करने वाली बात हुई। मृतक राजेश की पत्नी मोनिका ने सीन दोहराने के वक्त पुलिस और जांच टीम को बताया कि उसके पति की हत्या हॉस्टल में नहीं बल्कि डाक्टर ने अपने हॉस्पिटल में की थी। उसने यह भी कहा कि जांच कराने का कोई फायदा नहीं है। उसका आरोप है कि पति की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि डॉक्टर ने की है। बता दें कि राजेश के परिजनों की तरफ से एफआईआर में घटना स्थल का कोई जिक्र नहीं किया गया था।
डाक्टर ने दिया लिखित बयान
फोरेंसिक टीम ने मामले में मुख्य आरोपी डॉ मुकुल सिंह से काफी गहराई से पूछताछ की। टीम ने डॉक्टर से कई ऐसे सवाल भी दागे जिसका मुकुल ने लिखित तौर पर बयान दिया। इसमें लिखा गया कि घटना के वक्त कैसे और क्या-क्या हुआ? गोली कैसे लगी, मौत कहां हुई आदि।
वर्जन
आकाश कुलहरि, एसएसपी